Cold Wave: कड़ाके की ठंड बढ़ा सकती है ब्रेन स्ट्रोक और ब्रेन हेमरेज का खतरा, विशेषज्ञों ने बतायी ये वजह

हेल्थ डेस्क (यामिनी गजपति): उत्तर प्रदेश के कानपुर में चल रही कड़कड़ाती ठंड (Cold Wave) में ब्रेन स्ट्रोक और ब्रेन हेमरेज (Brain Stroke And Brain Hemorrhage) के बढ़ते मामलों की खबरों के बीच सर गंगा राम अस्पताल (SGRH- Sir Ganga Ram Hospital) के वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट ने कहा कि सर्दियों के दौरान हाई ब्लड प्रेशर आम स्वास्थ्य समस्या है और कई बार ये ब्रेन स्ट्रोक का कारण बन सकता है।  

डॉ सीएस अग्रवाल (Senior Neurologist Dr. CS Agarwal) ने कहा, “हाई ब्लड़प्रेशर (High Blood Pressure) वाले मरीजों में ब्रेन स्ट्रोक का खतरा ज्यादा होता है और साल के इस वक्त में पहाड़ों का सफर करने वालों को भी ज्यादा ऊंचाई पर ऑक्सीजन (Oxygen) के स्तर में कमी के कारण जोखिम होता है। अगर हम पहाड़ों पर जाते हैं जहां हवा कम होती है, तो ब्रेन स्ट्रोक का खतरा काफी बढ़ जाता है। जब कई दिनों तक सूरज नहीं निकलता है तो घर के अंदर रहने से भी तनाव बढ़ सकता है और इससे ब्रेन स्ट्रोक होने का खतरा हो सकता है। इसलिए उन जगहों पर अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है जहां तापमान बेहद कम है।’

वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट  डॉ सीएस अग्रवाल ने कहा आगे कहा कि- उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिये ब्रेन स्ट्रोक और ब्रेन हेमरेज का खतरा और भी ज्यादा होता है, गंभीर ठंड के मौसम में रक्तचाप को नियंत्रण में रखना और डॉक्टरों से समय पर परामर्श करना बेहद जरूरी होता है। ठंड के मौसम में धमनियों (Arteries) पर दबाव अक्सर बढ़ जाता है। इसके साथ ही सर्दियों में पसीने की कमी की वजह शरीर में सोडियम (Sodium) की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे रक्तचाप का स्तर बढ़ जाता है।

बता दे कि हाल ही में कानपुर (Kanpur) में 14 साल के बच्चे की मौत अत्यधिक ठंड के संपर्क में आने से हुई। मामले पर डॉ. अग्रवाल ने कहा कि, “सर्दियों के दौरान हमें ब्लड प्रेशर बढ़ने की शिकायतें अक्सर मिलती हैं। ब्लड प्रेशर बढ़ने से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा काफी बढ़ जाता है।”

डॉक्टर ने कहा कि डायबिटीज (Diabetes), हाई ब्लड़प्रेशर, मोटापा, मेटाबॉलिक सिंड्रोम (Metabolic Syndrome), आरामदेह जीवन शैली, ऑक्सीजन की कमी के साथ-साथ ज्यादा स्मोकिंग (Smoking) भी ब्रेन स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि लोग अक्सर ब्लड प्रेशर की दवायें लेने से डरते हैं और यहां तक कि डॉक्टर की सलाह के बिना ही दवायें बंद कर देते हैं।

उन्होंने कहा कि सर्दियों में विटामिन डी की गोलियां लेने और सुबह की सैर पर नहीं जाने की सलाह दी जाती है, लोगों को बाहर जाने से पहले अच्छी तरह भारी कपड़े पहनकर निकलना चाहिये।

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