Bharat Jodo Yatra: राम मंदिर के दो ट्रस्टियों ने भारत जोड़ो यात्रा का किया समर्थन, योगी आदित्यनाथ ने उठाये मंशा पर सवाल

न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास की ओर से कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) को “आशीर्वाद” देने के ठीक एक दिन बाद अयोध्या (Ayodhya) कई आवाज़े उठती दिख रही है। विहिप (VHP) के चंपत राय, हनुमान गढ़ी (Hanuman Garhi) के महंत और राम मंदिर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि (Swami Govind Dev Giri) तक इस फेहरिस्त में अपना नाम दर्ज करवाया। राय ने इशारा करते हुए कहा कि किसी ने भी चाहे वो आरएसएस (RSS) हो या प्रधानमंत्री भारत जोड़ो यात्रा की आलोचना नहीं की।

मुंबई में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने यूपी के जरिये अपना रास्ता बनाने वाली भारत जोड़ो यात्रा पर सवाल का जवाब देते हुए कहा कि- सभी को कार्यक्रम आयोजित करने की स्वतंत्रता है और हमें लोगों की भावनाओं का सम्मान करना होगा।

इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि- “सवाल ये है कि उनकी मंशा और महत्वाकांक्षा क्या है। अगर आप देश जोड़ने की बात कर रहे हैं तो ये काम और बयानों से झलकना चाहिये। भाजपा के लिये जैसा कि प्रधानमंत्री कहते हैं, देश पहले आता है और हम देश को पार्टी से ऊपर रखते हैं। लेकिन कई लोगों के लिये पार्टी देश से ऊपर है। अगर आप तवांग (Tawang) की घटना और कुछ दूसरे मुद्दों को देखें तो जिस तरह के बयान दिये गये, मुझे लगता है कि वो बयान देश को जोड़ने के लिये नहीं थे, बल्कि देश के विभाजन को बढ़ाने और दुश्मनों को प्रोत्साहित करने के लिये थे। हमें ऐसा करने से बचना चाहिये”

जब सत्येंद्र दास (Satyendra Das) की ओर से राहुल और भारत जोड़ो यात्रा को आशीर्वाद देने पर उनकी टिप्पणी मांगी गयी तो विहिप के अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust) के महासचिव चंपत राय (Champat Rai), जो कि बाबरी मस्जिद विध्वंस (Babri Masjid Demolition) साजिश मामले में साल 2020 में बरी किये गये 32 लोगों में से थे, ने कहा कि, “किसने भारत जोड़ो यात्रा की आलोचना की है? मैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) का कार्यकर्ता हूं। क्या संघ से किसी ने यात्रा की आलोचना की है? क्या प्रधानमंत्री ने यात्रा की आलोचना की है?”

चंपत राय ने आगे कहा कि “एक युवा पैदल चल रहा है और देश को समझने की कोशिश कर रहा है, ये काबिले तारीफ है… इस मौसम में 50 साल का युवा 3000 किमी पैदल चल रहा है। हम उसकी सराहना करने जा रहे हैं। असल में सभी को इसका पता लगाने के लिये देश भर में मार्च करना चाहिये”

मामले पर हनुमान गढ़ी मंदिर के महंत और मुख्य पुजारी ज्ञान दास (Priest Gyan Das) के ‘उत्तराधिकारी’ संजय दास ने कहा कि, ‘ज्ञान दासजी महाराज को (कांग्रेस से) न्यौता मिला था, लेकिन हम अभी गंगासागर (Gangasagar) में हैं, इसलिए हम ये नहीं कर सके। महाराज का आशीर्वाद देते हुए एक लिखित प्रतिक्रिया भेजी गयी है। गुरुदेव का आशीर्वाद उनके साथ है और हमने ये बता दिया है। देश को एक करने जैसे उद्देश्य के लिये यात्रा निकालने में किसी को कोई बुराई नहीं है। जब उन्होंने आशीर्वाद मांगा तो उन्हें दिया गया।”

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि (Swami Govind Dev Giri) ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि- “जो भी भगवान राम का नाम लेगा, जो भी भारत माता का नाम लेगा और कुछ करेगा हम उसकी तारीफ करेंगे। भगवान राम उन्हें प्रेरणा दें ताकि राष्ट्र एकजुट में वो सक्षम हो सके। मुझे नहीं पता कि ये (यात्रा) देश को एकजुट कर रही है या नहीं, लेकिन ये एक अच्छा नारा है और भारत को एकजुट रहना चाहिये।”

दिगंबर अखाड़ा और निर्मोही अखाड़ा (Digambar Akhada and Nirmohi Akhada) के प्रमुखों ने कहा कि उन्हें कांग्रेस का न्यौता नहीं मिला है। निर्मोही अखाड़ा के प्रमुख राम दास (Ram Das) ने कहा कि, ‘हमें न्योता नहीं मिला लेकिन हम ऐसे किसी भी व्यक्ति का समर्थन करते हैं, जो राष्ट्रहित की बात करता है, संस्कृतियों को जोड़ता है।’

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