Ayodhya: अयोध्या को साम्प्रदायिक दंगों में जलाने की कोशिश नाकाम, मस्जिदों को बनाया गया था निशाना

न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): उत्तर प्रदेश पुलिस ने सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील अयोध्या (Ayodhya) में कई मस्जिदों पर आपत्तिजनक पोस्टर और अन्य सामग्री फेंकने के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने कहा कि अभियुक्तों के खिलाफ गैंगस्टर अधिनियम और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (Gangster Act and National Security Act) के तहत मामला दर्ज किया जायेगा।

मामले पर एसपी अयोध्या शैलेश कुमार पांडे (SP Ayodhya Shailesh Kumar Pandey) ने कहा कि- “हमने मस्जिदों के बाहर आपत्तिजनक सामग्री फेंकने के आरोप में 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। 11 लोग घटना में शामिल थे। हम जल्द ही अन्य अभियुक्तों को गिरफ्तार करेंगे। गैंगस्टर अधिनियम और एनएसए के तहत कार्रवाई भी शुरू की जायेगी”

पुलिस फरार चारों आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस के मुताबिक मोटरसाइकिल पर सवार आठ आरोपी बेनीगंज मस्जिद (Beniganj Mosque) पर सामान फेंकना चाहते थे, लेकिन मौके पर पुलिस की मौजूदगी के कारण उन्होंने कश्मीरी मोहल्ला मस्जिद, ततशाह मस्जिद, घोसियाना मस्जिद, ईदगाह मस्जिद और गुलाब शाह दरगाह (Idgah Mosque and Gulab Shah Dargah) पर आपत्तिजनक सामान फेंका।

बता दे कि गिरफ्तार किये गये सात आरोपियों में से चार का आपराधिक इतिहास रहा है। पुलिस ने कहा कि आरोपी दिल्ली के जहांगीरपुरी (Delhi’s Jahangirpuri) में हुई सांप्रदायिक हिंसा से परेशान थे। खास बात ये भी है कि घटना देश के कई शहरों में सांप्रदायिक हिंसा के बीच हुई है।

16 अप्रैल को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) के जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हो गयी थी। उस दौरान आगजनी और पथराव के बीच आठ पुलिसकर्मी घायल हो गये थे। दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने हिंसा के सिलसिले में कई लोगों को गिरफ्तार किया है और उनमें से पांच के खिलाफ एनएसए लगाया है। बीते गुरुवार (28 अप्रैल 2022) को पुलिस ने मामले में मोस्ट वांटेड आरोपियों में से एक फरीद उर्फ नीतू को गिरफ्तार कर लिया।

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