पहलवानों के यौन उत्पीड़न मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने Delhi Police से जवाब मांगा, भाजपा सांसद बृज भूषण सिंह पर हो सकती है बड़ी कानूनी कार्रवाई

स्पोर्ट्स डेस्क (नरसिम्हन नायर): सुप्रीम कोर्ट ने आज (25 अप्रैल 2023) रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के प्रमुख और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों की याचिका पर दिल्ली पुलिस (Delhi Police) को नोटिस जारी कर जवाब मांगा। मामले को लेकर वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल (Senior Advocate Kapil Sibal) ने शीर्ष अदालत को बताया कि “यौन उत्पीड़न के आरोपों को साबित करने के लिये वीडियो रिकॉर्डिंग मौजूद हैं। पीड़ित सात महिला पहलवान हैं। उनमें से एक उत्पीड़न के वक्त 16 साल की थी। उसने स्वर्ण पदक जीता था।”

माना जा रहा है कि कड़ी धाराओं के तहत मामला दर्ज नहीं करने पर भी पुलिस कर्मियों पर मुकदमा चलाया जा सकता है। इस मुहिम को कई पहलवानों ने अपना समर्थन दिया। ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) के आंदोलन में शामिल होने और कुछ राजनीतिक दलों के धरना स्थल पहुँचने के कुछ घंटों बाद भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI- Sports Authority of India) के प्रतिनिधियों ने जंतर-मंतर का दौरा किया और प्रदर्शनकारी खिलाड़ियों के साथ बातचीत की।

सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड (SSCB- Services Sports Control Board) ने अपने सभी एथलीटों और कोचों को पहलवानों के विरोध में शामिल होने से रोक दिया है। एसएससीबी को खब़र मिली थी कि उनके खिलाड़ी पहलवानों के साथ जंतर मंतर पर धरने पर बैठने जा रहे हैं। एसएससीबी के सभी एथलीटों से अनुरोध है कि वो धरने से दूर रहें। इस मसले पर एसएससीबी ने व्हाट्सएप ग्रुप पर खिलाड़ियों को मैसेज भेजै था। बता दे कि पहलवानों का आज धरने का तीसरा दिन है।

इस बीच केंद्रीय खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI- Wrestling Federation of India) के 7 मई को प्रस्तावित चुनावों पर रोक लगा दी गयी है। माना जा रहा है कि ये कदम आंदोलनकारी पहलवानों को शांत करने के लिये उठाया गया है, जिन्होंने तीन महीने के बाद फिर अपना धरना फिर से शुरू कर दिया है।

खेल मंत्रालय ने बीते सोमवार (24 अप्रैल 2023) को भारतीय ओलंपिक संघ (IOA- Indian Olympic Association) से अनुरोध किया कि वो WFI के दिन-प्रतिदिन के मामलों को चलाने के लिये अस्थायी या तदर्थ समिति का गठन करे और इस तरह के गठन के 45 दिनों के भीतर अपनी नई कार्यकारी अंतरिम निकाय समिति के चुनाव कराये।

धरना स्थल पर मौजूद पहलवानों में बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगट, संगीता फोगट, सत्यव्रत कादियान, सोमवीर राठी और जितेंद्र किन्हा (Somveer Rathi and Jitendra Kinha) समेत कई नामचीन पहलवान शामिल हैं। इन सभी ने इस साल जनवरी में जंतर मंतर पर धरना दिया, लेकिन केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्रालय की ओर से बृजभूषण शरण सिंह और अन्य कोचों के खिलाफ लगाये गये आरोपों की जांच के लिये ‘निरीक्षण समिति’ के गठन के ऐलान के बाद पहलवानों ने धरना प्रदर्शन खत्म कर दिया था।

प्रदर्शनकारी पहलवानों ने हालांकि बीते शुक्रवार (21 अप्रैल 2023) को कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन (Connaught Place Police Station) में शिकायत दर्ज कराने के बाद रविवार को फिर से अपना विरोध तेज कर दिया, जिसमें कहा गया कि एक नाबालिग समेत सात महिला पहलवानों को डब्ल्यूएफआई प्रमुख के तौर पर बृज भूषण ने उत्पीड़ित किया था।

 66 वर्षीय बृज भूषण आपराधिक इतिहास वाले भाजपा नेता हैं। बतौर सांसद के उनका करियर तब शुरू हुआ जब उन्होंने 1991 में लोकसभा चुनाव जीता। बृज भूषण पर हत्या के प्रयास, डकैती, और सबूत मिटाने समेत कई आरोप लगे हैं। हालांकि इनमें से किसी में भी उन्हें दोषी नहीं ठहराया गया है।

पहलवानों के जनवरी में अपना आंदोलन शुरू करने से एक महीने पहले भाजपा नेता को उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले (Gonda District of Uttar Pradesh) की एमपी-एमएलए कोर्ट ने बरी कर दिया था। साल 1993 में समाजवादी पार्टी (SP- Samajwadi Party) की सरकार में यूपी के एक पूर्व मंत्री पर हमले से जुड़े 29 साल पुराने मामले में कोई सबूत नहीं मिलने के कारण उन्हें आरोपों से मुक्त कर दिया गया था।

सिंह जिन्हें विवादास्पद बाबरी मस्जिद विध्वंस (Babri Masjid Demolition) मामले में भी नामजद किया गया था। उन्होनें साल 2021 में रांची (Ranchi) में एक एथलीट को सार्वजनिक रूप से थप्पड़ मारा था। इससे जुड़ी एक वीडियो दिसंबर 2021 में सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। अगस्त 2022 में बृज भूषण ने विश्व कुश्ती चैंपियनशिप (World Wrestling Championship) के लिए 59 किलोग्राम वर्ग में भारत के प्रतिनिधित्व का चयन करने के लिये ट्रायल शुरू होने के 54 सेकंड बाद ही प्रक्रिया को अचानक रोक दिया।

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