Manipur Ethnic Violence: विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा में दिया स्थगन नोटिस, मणिपुर मामले पर दबाव बनाये रखना चाहता है विपक्ष

नई दिल्ली (शौर्य यादव): Manipur Ethnic Violence: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और आम आदमी पार्टी (आप) के विपक्षी सांसदों ने आज (9 अगस्त 2023) राज्यसभा में मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग करते हुए नोटिस दिया। राजद सांसद मनोज कुमार झा (RJD MP Manoj Kumar Jha) और आप सांसद राघव चड्ढा (AAP MP Raghav Chadha) ने पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर के हालातों पर उच्च सदन में कार्यस्थगन नोटिस दिया। मनोज झा ने मणिपुर में शांति बहाल करने और कानून व्यवस्था बनाये रखने में केंद्र और राज्य सरकारों की नाकामी पर चर्चा की मांग की। उन्होंने ये भी मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) इस मुद्दे पर सदन में बयान दें, जिसके बाद इस मुद्दे पर खुली और बड़े पैमाने पर चर्चा हो।

आप सांसद ने केंद्र और राज्य सरकारों की नाकामी के कारण मणिपुर राज्य में कानून-व्यवस्था की  पर चर्चा की मांग की। अपने नोटिस में चड्ढा ने लिखा कि, ‘केंद्र और राज्य सरकार की नाकामी और अक्षमता की वज़ह से मणिपुर में हिंसा के चलते कई जिंदगियों का बड़ा नुकसान पहुँचा है। मणिपुर में 3 मई को जातीय संघर्ष भड़क उठा और तब से अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है जबकि हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिये बेबस होना पड़ा है।

वहीं दूसरी ओर लोकसभा में कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी (Congress MP Manish Tiwari) ने चीन के साथ सीमा स्थिति पर चर्चा की मांग करते हुए स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया।

अपने नोटिस में तिवारी ने लिखा कि, “मैं सरकार से सदन को चीनी आक्रामकता के साथ सीमा पर स्थिति, सीमा विवाद को सुलझाने और मध्यस्थता करने के लिये किये गये प्रयासों और संभावित चीन के खिलाफ भारत की अखंडता को संरक्षित करने के लिये शुरू की गयी नीतियों के बारे में सूचित करने का आग्रह करता हूं।”

कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर (Congress MP Manickam Tagore) ने भी निचले सदन में एक स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया, जिसमें बैंकों की ओर से माफ किये गये लोन पर चर्चा की मांग की गयी और सरकार को सार्वजनिक धन की वसूली के लिये उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।

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