Lucknow: देर रात मतगणना केन्द्र पर भारी बवाल, सेंट्रल बार एसोसिएशन के प्रत्याशियों ने लगाया धांधली का आरोप

न्यूज डेस्क (एकता सहगल): बीते गुरुवार देर रात लखनऊ (Lucknow) में हुए सेंट्रल बार काउंसिल की एग्जिक्यूटिव कमेटी के वोटों की गिनती के दौरान मौके पर कुछ प्रत्याशियों और उनके समर्थकों ने मतगणना केंद्र पर जमकर बवाल काटा। आरोप लगाया कि वोटों की गिनती में खुलेआम धांधली की जा रही है। जिसके बाद ये हंगामा तूल पकड़ता गया। इस दौरान कुछ लोगों ने हिंसक होकर मतगणना केंद्र पर भारी तोड़फोड़ की। पुलिस महकमें के आला अधिकारियों ने जानकारी मिलते ही मौके पर भारी पुलिस बल को रवाना कर दिया।

मतगणना केंद्र पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने हंगामा कर रहे लोगों को किसी तरह शांत करवाया, लेकिन ये हाई वोल्टेज ड्रामा काफी देर तक नारेबाजी और शोर-शराबे के बीच देर रात तक चलता रहा। जिसके बाद डीसीपी वेस्ट देवेश पांडेय और एडीसीपी राकेश कुमार श्रीवास्तव समेत कई पुलिस अधिकारियों ने बार काउंसिल की स्टैडिंग एल्डर कमेटी के पदाधिकारियों के साथ मिलकर बैलेट बॉक्स को सील करवा कर एक कमरे में सुरक्षित रख दिया। इस कवायद के दौरान वोटों की गिनती पूरी नहीं हो पायी।

ट्रैडीं न्यूज के लखनऊ संवाददाता के मुताबिक मतगणना के शुरुआती रुझानों में अध्यक्ष पद की दौड़ में सुनील कुमार द्विवेदी और महामंत्री पद के लिए ब्रजेश कुमार यादव काफी आगे चल रहे थे। दोनों के समर्थकों ने आंकड़ों के रुझानों को देखते हुए उन्हें जीत की अग्रिम बधाई दी। जिसके लिए कई लोगों ने उन्हें मिठाई खिलाई और जीत का जश्न मनाया। इस दौरान एल्डर कमेटी के चेयरमैन गोपाल नारायण मिश्र और मुख्य चुनाव अधिकारी अधिवक्ता उपेंद्र कुमार सिंह ने किसी भी प्रत्याशी की जीत का आधिकारिक ऐलान नहीं किया। उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि हंगामे और नारेबाजी के कारण मतगणना पूरी तरह रोक दी गई।

माना जा रहा है कि अध्यक्ष पद पर सुनील द्विवेदी और महामंत्री पद पर ब्रजेश कुमार यादव को सबसे ज्यादा वोट मिले। साथ ही वरिष्ठ उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष के पदों पर वोटों की गिनती पूरी नहीं हो पायी। वोटों की गिनती के आखिरी दौर में सुनील कुमार द्विवेदी और बृजेश कुमार यादव अपने करीबी उम्मीदवारों से काफी आगे थे। वहीं वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर राजीव मिश्रा और कोषाध्यक्ष पद पर विवेक कुमार भी दौड़ में अपने करीबी प्रतिद्वंदियों से काफी आगे थे। इन चुनावों को बीते बुधवार 24 मार्च को आयोजित करवाया गया था। जिसमें कुल 4021 अधिवक्ताओं ने अपना मतदान किया। इस मुकाबले में अध्यक्ष और महामंत्री पद समेत कुल 22 पदों के लिए 121 उम्मीदवार चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे थे।

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