Pataal Lok: भारत का ‘पाताल लोक’ – जमीन से 3000 फीट नीचे एक छिपी हुई दुनिया जो अभी भी COVID-19 से है मुक्त

न्यूज़ डेस्क (नई दिल्ली): इस बात से कोई इंकार नहीं है कि भारत अद्भुत जगहों से भरा हुआ है जो आपको हैरान कर देगा लेकिन आप भारत के इस पाताल लोक(Pataal Lok) के बारे में जानकर दंग रह जाएंगे कि भारत में 12 गांव ऐसे हैं जो जमीन से 3000 मीटर नीचे स्थित हैं। इन गांवों में कई घने पेड़ हैं और यही वजह है कि यहां सूरज की किरणें भी मुश्किल से जमीन तक पहुंच पाती हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार यह वही स्थान है जहां भगवान राम (Ram) की पत्नी सीता (Sita) ने धरती के अंदर जाने का फैसला किया था। हालांकि, कुछ लोगों का यह भी मानना ​​है कि जब अहिरावण राक्षस ने भगवान श्री राम और भगवान लक्ष्मण को उठाकर ‘पाताल लोक’ में ले ग्या था, तब भगवान हनुमान (Hanuman) ने उन्हें बचाने के लिए यहीं से ही ‘पाताल लोक’ में प्रवेश किया था।

ये 12 गांव जिस स्थान पर स्थित हैं उसका नाम पातालकोट (Pataalkot) है। पातालकोट मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में है। पातालकोट सतपुड़ा की पहाड़ियों में है। पातालकोट में दवाओं का खजाना है। इस क्षेत्र में भूरिया जनजाति के लोग रहते हैं और अधिकांश लोग झोपड़ियों में रहते हैं।

गौरतलब है कि पातालकोट के लोग बाहरी दुनिया से ज्यादा संपर्क नहीं रखना पसंद करते हैं। वे अपना अधिकांश भोजन अपने गाँवों में उगाते हैं और गाँव से केवल नमक खरीदने के लिए निकलते हैं। पहले ये गांव बाहरी दुनिया से पूरी तरह कटे हुए थे। हाल ही में इनमें से कुछ गांवों को सड़क मार्ग से जोड़ा गया है।

पातालकोट के गांव जमीन से 3,000 फीट नीचे स्थित हैं, हालांकि, कुछ साल पहले ही कुछ ग्रामीण गहरी घाटी से निकलकर पहाड़ी के ऊपरी हिस्से में बस गए थे।

आपको जानकर हैरानी होगी कि जहां COVID-19 ने पूरी दुनिया में कहर बरपा रखा है, वहीं कोरोना वायरस (Coronavirus) पातालकोट तक अभी तक भी नहीं पहुंचा है।

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