भारी बारिश से Himachal Pradesh के कई जिले प्रभावित, हाई अलर्ट पर राज्य प्रशासन

न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में भारी बारिश की वज़ह से अचानक आयी बाढ़ और ज़मीन खिसकने से हुई अलग-अलग घटनाओं में छह लोगों की मौत हो गयी और 13 अन्य के मारे जाने की आशंका है। सूबे के हमीरपुर जिले (Hamirpur District) में अचानक आयी बाढ़ में फंसे 22 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर (Chief Minister Jai Ram Thakur) ने मौतों पर शोक ज़ाहिर करते हुए कहा कि प्रशासन प्रभावित जिलों में युद्धस्तर पर बचाव अभियान चला रहा है।

अधिकारियों के मुताबिक चंबा जिले (Chamba District) में बारिश की वज़ह से ज़मीन खिसक गयी जिसके बाद मकान गिरने से तीन लोगों की मौत हो गयी। चंबा जिला आपातकालीन अभियान केंद्र (डीईओसी) ने कहा कि चौवारी तहसील (Chauwari Tehsil) के बनेत गांव (Banet Village) में तड़के करीब साढ़े चार बजे भूस्खलन हुआ, जिसके बाद एक घर ढह गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गयी। दूसरी ओर मंडी में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन और अचानक आयी बाढ़ में एक लड़की की मौत हो गयी और 13 अन्य के मारे जाने की आशंका है।

राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार (19 अगस्त 2022) रात मंडी-कटोला-प्रसार मार्ग पर बाघी नाले में एक लड़की की लाश उसके घर से करीब आधा किमी दूर मिली, जबकि उसके परिवार के पांच सदस्य बाढ़ में बह गये। विभाग ने कहा कि बादल फटने के बाद कई परिवारों ने बागी से पुराने कटोला इलाकों के बीच बने अपने घरों को भी छोड़ दिया और सुरक्षित स्थानों पर पनाह ली।

इसके अलावा गोहर विकास खंड (Gohar Development Block) के काशान गांव में ज़मीन खिसकने के बाद एक अन्य परिवार के आठ सदस्यों के भी उनके घर के मलबे के नीचे दबे होने की आशंका है। हालांकि शवों को अभी तक बरामद नहीं किया गया है। अचानक आई बाढ़ और कई बार ज़मीन खिसकने के बाद मंडी जिले (Mandi District) की कई सड़कें भी बाधित हो गयी हैं।

बल्ह, सदर, थुनाग, मंडी और लामाथच में लोगों के घरों और दुकानों में पानी घुस जाने से कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गये और कई ग्रामीण अपने घरों में फंसे हुए है। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण आज (20 अगस्त 2022) स्कूलों को बंद रखा गया है।

अधिकारियों ने कहा कि कांगड़ा (Kangra) में एक ‘कच्चा’ घर गिरने से नौ साल के बच्चे की मौत हो गयी है। जिले में एक अन्य घटना में लहार गांव में भूस्खलन के बाद बाल मुकुंद नाम के एक 48 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गयी। बाढ़ के कारण कांगड़ा घाटी चक्की नदी रेल पुल के दो पिलर भी बह गये है। कई जगहों स्थानों पर ज़मीन खिसकने के बाद पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग (Pathankot-Mandi National Highway) को ट्रैफिक के लिये बंद कर दिया गया है।

हिमाचल प्रदेश के आपदा प्रबंधन विभाग ने 25 अगस्त तक राज्य में भारी बारिश की भविष्यवाणी के कारण लगातार भूस्खलन की चेतावनी जारी की है।

राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने कांगड़ा, चंबा, मंडी, कुल्लू, शिमला, सिरमौर, सोलन, हमीरपुर, ऊना और बिलासपुर जिलों (Una and Bilaspur Districts) के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के साथ अगले तीन-चार दिनों के लिये 24 घंटों के दौरान बारिश बढ़ने की संभावना ज़ाहिर की है।

इसी के मद्देनज़र जिला आपातकालीन संचालन केंद्रों (डीईओसी) को पर्याप्त सुरक्षा उपाय करने के लिये कहा क्योंकि इस अवधि के दौरान भूस्खलन, अचानक बाढ़, बादल फटना, रॉक स्लाइड, नदियों में जल स्तर में अचानक इज़ाफा, खराब विजिबिलिटी और जरूरी सेवाओं में रूकावट हो सकती है।

इस बीच कांगड़ा जिला प्रशासन ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें पर्यटकों और आम लोगों को नदियों और नालों के पास नहीं जाने के लिये कहा गया है, क्योंकि भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 28 अगस्त तक मध्यम से भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। इसके साथ राज्य प्रशासन ने शिक्षा विभाग के उप निदेशक को पहले ही स्कूलों में ऑनलाइन कक्षायें संचालित करने के निर्देश जारी कर दिये है।

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