एजेंसियां/न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): Turkey Blast: तुर्की की पुलिस ने कहा है कि रविवार (13 नवंबर 2022) को एक सीरियाई महिला ने इस्तांबुल (Istanbul) की सड़क पर बम लगाया था, जिसमें छह लोगों की मौत हो गयी थी और कई अन्य घायल हो गये थे। सामने आ रही मीडिया रिपोर्टों से पता चलता है कि उसे कुर्द आतंकियों ने (Kurdish Terrorists) बम प्लांट करने की ट्रेनिंग दी थी।
महिला ने कथित तौर पर माना है कि उसे कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) से धमाका करने का फरमान मिला था। आंतकी गुट को अंकारा (Ankara) और उसके पश्चिमी सहयोगियों ने आतंकी गुट के तौर पर लिस्टेड किया हुआ है। इससे पहले इस्तांबुल पुलिस ने भी धमाके के सिलसिले में 46 लोगों को हिरासत में लिया। महिला की शिनाख़्त अहलम अलबशीर (Ahlam Alabshir) के तौर पर हुई है।
पुलिस ने कहा कि शुरूआती पूछताछ में महिला ने कहा कि उसे सीरिया (Syria) में कुर्द आतंकियों ने बम लगाने और आत्मघाती हमले करने की ट्रेनिंग दी थी। साथ ही उसने बताया कि उत्तर पश्चिमी सीरिया के अफ्रिन इलाके से वो तुर्की में घुसी थी। हाल के सालों में तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन (President Erdogan) ने उग्रवादियों के साथ-साथ कुर्द सांसदों और कार्यकर्ताओं पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है।
आसमान छूती महंगाई और दूसरी आर्थिक परेशानियों के बीच अगले साल राष्ट्रपति और संसदीय चुनावों से पहले एर्दोगन का आतंकवाद विरोधी अभियान काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है जिससे कुर्द लड़ाकों में दहशत का माहौल है।