Diwali Poojan: दीवाली के मौके पर मालामाल होने के अचूक मंत्र और विधियां, जरूर आजमायें

Diwali Poojan: आदिकाल से लक्ष्मी उपासना (Lakshmi Upasana) समाज के सभी वर्गों में होती आयी है। अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष चारों पदार्थ मनुष्य के ध्येय रहे हैं। इनमें अर्थ को सबसे पहले इसलिये रखा गया है कि इसके बगैर बाकी तीनों पदार्थ प्राप्त करना संभव नहीं है। ऐसे में हम आपको चार मंत्र और उनकी विधियां बता रहे है। इन विधियों का सही से पालन और मंत्रों का उच्चारण करने से माँ लक्ष्मी स्वयं चलकर जातक के घर तक आती है और उसे धनधान्य से परिपूर्ण कर देती है।

पहला मन्त्र

कमल गट्‍टे की माला से गुलाबी आसन और महालक्ष्मी यंत्र के सामने उत्तराभिमुख हों। यंत्र ना मिलने पर कमलासन पर विराजमान हस्तियों से अभिषेक करा रही लक्ष्मीजी के सुंदर चित्र के सामने निम्न मंत्र का चार लाख बार जाप करें।

मंत्र : ”श्रीं क्लीं श्रीं”

जप के बाद: हवन में तिल, जौ, श्रीफल, बिल्बफल, कमल, कमलगट्‍टे, लाजा, गुगल, भोजपत्र और शक्कर से दशांस होम कर लाभ प्राप्त किये जा सकते हैं।

दूसरा मन्त्र

किसी भी गुलाबी आसन पर उत्तराभिमुख हो बैठ जाये। सामने लक्ष्मी माता का सुंदर चित्र हो। तब कमल गट्‍टे की माला से निम्न मंत्र का चार लाख बार जाप करें।

मंत्र : ”ऐं ह्रीं श्री क्लीं

जप के बाद: हवन में तिल, जौ, श्रीफल, बिल्बफल, कमल, कमलगट्‍टे, लाजा, गुगल, भोजपत्र और शक्कर से दशांस होम कर लाभ प्राप्त किये जा सकते हैं।

तीसरा मन्त्र

किसी भी गुलाबी आसन पर उत्तराभिमुख हों बैठ जायें। कमलासन पर विराजमान लक्ष्मी माता का सुंदर चित्र हो। तब कमल गट्‍टे की माला से निम्न मंत्र का सवा लाख बार जाप करें।

मंत्र : ”ऊं कमलवासिन्यै स्वाहा”

जप के बाद: हवन में तिल, जौ, श्रीफल, बिल्बफल, कमल, कमलगट्‍टे, लाजा, गुगल, भोजपत्र और शक्कर से दशांस होम कर लाभ प्राप्त किये जा सकते हैं।

चौथा मन्त्र

किसी भी गुलाबी आसन पर उत्तराभिमुख हों बैठ जायें। कमलासन पर विराजमान लक्ष्मी माता का सुंदर चित्र हो या श्रीयंत्र हो। तब कमल गट्‍टे की माला से निम्न मंत्र का सवा लाख बार जाप करें।

मंत्र : ”ऊं श्ररीं ह्रीं श्री कमलालये प्रसीद प्रसीद श्री ह्रीं श्री महालक्ष्म्यै नम:।।” ये मंत्र सबसे प्रसिद्ध है।

जप के बाद: हवन में तिल, जौ, श्रीफल, बिल्बफल, कमल, कमलगट्‍टे, लाजा, गुगल, भोजपत्र और शक्कर से दशांस होम कर लाभ प्राप्त किये जा सकते हैं।

धनप्राप्ति हेतु कौड़ी का प्रयोग

धन प्राप्ति के लिये किये जाने वाले अनेक उपायों में भी कौड़ी का उपयोग किया जाता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार धन की देवी लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) समुद्र से उत्पन्न हुई हैं और कौड़ी भी समुद्र से ही निकलती है। इसलिये कौड़ी में धन को आकर्षित करने का स्वभाविक गुण होता है। कौड़ी के इन उपायों से कोई भी व्यक्ति धनवान हो सकता है। ये उपाय बहुत ही आसान हैं। कौड़ी के कुछ आसान उपाय इस तरह है।

1. लक्ष्मी पूजा में 11 पीली कौड़ियां रखें और बाद में इन्हें लाल कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी में रख लें। इससे धन लाभ के योग बन सकते हैं।

2. अगर प्रमोशन (Promotion) नहीं हो रहा है तो 11 कौड़ियां लेकर किसी लक्ष्मी मंदिर में अर्पित कर दें। आपके प्रमोशन का रास्ते खुल सकते हैं।

3. इंटरव्यू (Interview) पर जाने से पहले 7 कौड़ियों की पूजा करें और एक लाल कपड़े में बांधकर अपने साथ ले जायें। इससे सफलता मिल सकती है।

4. अगर दुकान से मुनाफा नहीं हो रहा हो तो गल्ले में 7 कौड़ियां रखें और सुबह-शाम इनकी पूजा करें। इससे फायदा होने लगेगा।

5. नया घर बनवाते समय उसकी नींव में 21 कौड़ियां डाल दें। ऐसा करने से नये घर में हमेशा सुख-शांति व खुशहाली बनी रहेगी।

श्रीलक्ष्मी पूजन

एक लकड़ी के पट्टे पर लाल रंग का कपड़ा बिछाकर गणपति (Ganapati) और श्री महालक्ष्मी स्थापित करें। दाहिनी तरफ घी का दीपक और बाई ओर तेल का दीपक प्रज्जवलित करें। जल, गंगाजल युक्त कलश की स्थापना कर नारियल रखें। कलश में पान के 5 पत्ते लगायें। श्रीगणेश महालक्ष्मी को जलादि से स्नान करवा कर केसर, हल्दी और चंदन के तिलक लगाकर खील चढ़ायें, फिर घर में बने पकवान का भोग लगायें।

पंचमेवा तथा ऋतु फल का भोग लगा तत्पश्चात पान, सुपारी और लौंग चढ़ाये। धूप, दीप दिखाकर आरती करें। लक्ष्मी जी पर दो कमल के फूल अवश्य चढ़ायें। पूजन के बाद श्री सूक्त (Shri Sukta) का रात्रि में सपरिवार बैठकर जप करें। क्योकिं ये रात्रि महालक्ष्मी जी की रात्रि है।

श्री महालक्ष्मी वैदिक मंत्र (Vedic Mantra) का भी यथासंभव जाप करें

ॐ श्री ॐ ऐं श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं कमलवासिन्यै स्वाहा

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