Supertech दिवालिया घोषित, 25,000 से ज़्यादा घर खरीदारों का निवेश अधर में

बिजनेस डेस्क (राजकुमार): नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने बीते शुक्रवार (25 मार्च 2022) को सुपरटेक ग्रुप की कंपनियों में से एक रियल एस्टेट फर्म सुपरटेक लिमिटेड (Supertech Limited) के खिलाफ दिवाला कार्यवाही शुरू की। नोएडा स्थित डेवलपर के लिये बीते साल के बाद इस साल में ये दूसरा बड़ा झटका है। पिछले साल 31 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने सुपरटेक लिमिटेड के जुड़वां 40-मंजिला टावरों को गिराने करने का आदेश दिया था, जिस भवन मानदंडों का उल्लंघन करके बनाया गया था। ये नोएडा में अंडर कंस्ट्रक्शन एमराल्ड कोर्ट परियोजना (Emerald Court Project) का हिस्सा हैं।

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of India) ने बतौर वित्तीय लेनदार एनसीएलटी की पीठ ने शुक्रवार को दायर याचिका की जिसे मंजूर कर लिया गया, जिसमें सुपरटेक लिमिटेड के खिलाफ डिफ़ॉल्ट का दावा किया गया था और कंपनी के बोर्ड को सुपरटेक का अंतरिम समाधान करने के लिये पेशेवर नियुक्त किया था। कोर्ट में मौखिक रूप से आदेश पारित किया गया था और इस मामले में विस्तृत आदेश का इंतज़ार है। इस पर सुपरटेक ग्रुप ने कहा कि वो राष्ट्रीय कंपनी कानून अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) के समक्ष आदेश को चुनौती देगा।

सुपरटेक समूह ने एक बयान में कहा कि, “एनसीएलटी के जरिये सुपरटेक ग्रुप की कंपनियों में से एक में आईआरपी (Interim Resolution Professional-IRP) की नियुक्ति के मामले में कंपनी के मैनेजमेंट ने कहा है कि कंपनी आदेश के खिलाफ अपील में एनसीएलएटी से संपर्क करेगी।”हालांकि सुपरटेक ग्रुप ने ये भी कहा कि एनसीएलटी के आदेश से ग्रुप की अन्य कंपनियों के ऑप्रेशंस पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

इस पर सुपरटेक समूह ने साफ किया कि- एनसीएलटी के आदेश से सभी चल रहे प्रोजेक्ट या कंपनी के ऑप्रेशंस पर असर नहीं होगा और “हम आवंटियों (Allottees) को इकाइयों की डिलीवरी देने के लिये प्रतिबद्ध हैं।” सुपरटेक समूह के प्रबंध निदेशक मोहित अरोड़ा (Mohit Arora, Managing Director of Supertech Group) ने कहा कि, “सुपरटेक लिमिटेड में लगभग 11-12 आवास परियोजनायें हैं, जिनके खिलाफ दिवालिया कार्यवाही शुरू की गयी है। इनमें से लगभग 90 फीसदी प्रोजेक्ट्स पूरे हो चुके हैं।”

उन्होंने कहा कि सुपरटेक लिमिटेड पर करीब 1,200 करोड़ रुपये का कर्ज है, जिसमें यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से करीब 150 करोड़ रुपये का कर्ज भी शामिल है। अरोड़ा के मुताबिक ग्रुप में शामिल तीन-चार अन्य कंपनियां हैं, जो दिल्ली-एनसीआर में कई प्रोजेक्ट डेवलप कर रही हैं, जिनमें लक्जरी प्रोजेक्ट सुपरनोवा (Luxury Project Supernova) भी शामिल है।

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