Himachal Pradesh और Uttarakhand में लगातार टूट रहा है आसमानी कहर, कुछ दिनों तक खतरनाक बने रहेगें हालात

न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh), उत्तराखंड (Uttarakhand) समेत पूर्वी, उत्तरपूर्वी, मध्य, पश्चिम और दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में आज (16 अगस्त 2023) भारी बारिश होने की संभावना है। उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में आंधी और बिजली गिरने की भी संभावना है।

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और ज़मीन खिसकने के बाद अब राज्य में मरने वालों की तादाद बढ़कर 56 हो गयी है। फिलहाल बचाव अभियान जारी है। सूबे में आज के लिये रेड अलर्ट जारी किया गया है। हालातों के मद्देनज़र शिक्षा विभाग ने सभी स्कूल और कॉलेजों को आज दिन भर के लिये बंद रखा है। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (Himachal Pradesh University) ने लगातार बारिश के बीच के चलते शिक्षण गतिविधियों पर 19 अगस्त तक के लिये रोक लगा दी है। इस बीच विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी को 20 अगस्त तक के लिये बंद रखा गया है।

कृष्णानगर (Krishnanagar) इलाके में जमीन खिसकने के बाद छह अस्थायी समेत कम से कम आठ घर ढह गये और एक बूचड़खाना भी मलबे के नीचे दब गया। इसी मुद्दे पर शिमला (Shimla) के एसपी संजीव कुमार गांधी ने कहा कि, ताजा भूस्खलन में दो लाशें बरामद की गयी। उन्होंने कहा कि समर हिल में शिव मंदिर बीते सोमवार (14 अगस्त 2023) से लगभग अब तक 19 लाशें बरामद की गयी हैं, जिनमें से पांच फगली में और दो कृष्णानगर में हैं। इस बीच घटनास्थल पर अब भी 10 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की आशंका है।

मंगलवार (15 अगस्त 2023) को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खी (Chief Minister Sukhwinder Singh Sukhi) ने सूबे में मौजूदा हालातों की समीक्षा के लिये बैठक की और लोगों को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार प्राथमिकता के आधार पर राहत बहाली की कोशिशों में तेजी लाने के लिये पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में बारिश में लगभग 157 प्रतिशत सीधी इज़ाफे के चलते पूरे हिमाचल प्रदेश में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। उन्होंने अधिकारियों से पिछले कुछ दिनों के दौरान भारी बारिश से प्रभावित हुई बिजली और जलापूर्ति योजनाओं को तेजी से बहाल करने का भी आग्रह किया। राज्य में बारिश के कारण भूस्खलन, बादल फटने से कई सड़कें अवरुद्ध हो गईं और घर ढहने की कई घटनायें सामने आयी है।

उत्तराखंड में भी बढ़ी मरने वालों की तादाद, बढ़कर हुई छह

बारिश से प्रभावित उत्तराखंड में सोमवार से दो और शव बरामद होने से मरने वालों की तादाद छह हो गयी है, जबकि सात लोग अभी भी लापता हैं। उत्तरकाशी जिले (Uttarkashi District) के गांवों में बरसाती नदी का पानी घुसने के बाद लापता हुई एक महिला की लाश मंगलवार (15 अगस्त 2023) को मिली, जबकि एक 14 वर्षीय लड़की की लाश ऋषिकेश (Rishikesh) के लक्ष्मण झूला (Laxman Jhula) इलाके में एक उफनती धारा से मिला।

मद्महेश्वर पैदल यात्रा मार्ग पर पुल टूटने से फंसे 100 से ज्यादा तीर्थयात्रियों में से 42 को एसडीआरएफ के जवानों ने बचा लिया। रुद्रप्रयाग एसपी कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि, अन्य लोगों को बचाने का प्रयास जारी है। राष्ट्रीय राजमार्गों, राज्य राजमार्गों और कई ग्रामीण सड़कों को फिर से खोलने के प्रयास फिर से शुरू किये गये जो भूस्खलन के कारण मलबा जमा होने की वज़ह से अवरुद्ध हैं। भूस्खलन से मलबा गडोरा, टांगनी, गुलाबकोटी और बलदौदा (Gulabkoti and Baldauda) समेत चार इलाकों में जमा हो गया है, जिससे बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग जाम हो गया है।

रविवार और सोमवार को पहाड़ी राज्यों के कुछ हिस्सों में हुई भारी बारिश के बाद दिल्ली (Delhi) में यमुना नदी (Yamuna River) का जल स्तर बढ़ गया और ये खतरे के निशान को पार कर गया। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के पूर्वानुमान ने संकेत दिया कि आज (16 अगस्त 2023) सुबह 5 बजे खतरे के निशान से ऊपर लगभग 205.5 मीटर पर रहने की संभावना है। हरियाणा (Haryana) में हथिनीकुंड बैराज (Hathinikund Barrage) से अधिकतम डिस्चार्ज जो कि दिल्ली में नदी के बहाव क्षेत्र में पानी का स्तर निर्धारित करता है, सोमवार (14 अगस्त 2023) को 74,000 क्यूसेक से थोड़ा ज्यादा था।

गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कुछ हिस्सों में बाढ़ आने के लगभग एक महीने बाद जल स्तर में ये इज़ाफा हुआ है। बता दे कि दिल्ली ने 45 साल बाद बाढ़ के इतने बुरे हालात देखे। बीती13 जुलाई को दिल्ली में यमुना में अब तक का उच्चतम बाढ़ स्तर 208.66 मीटर दर्ज किया गया था।

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