Kapurthala Sacrilege Case: पंजाब पुलिस को नहीं मिला कपूरथला गुरुद्वारा में बेअदबी का कोई सबूत

न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): Kapurthala Sacrilege Case: अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में कथित तौर पर बेअदबी करने के आरोप में एक व्यक्ति की हत्या के एक दिन बाद बीते रविवार (19 दिसंबर 2021) सुबह निजामपुर गांव के एक गुरुद्वारे में निशान साहिब (पवित्र धार्मिक झंड़ा) का “अपमान” करने के आरोप में भीड़ ने एक अज्ञात व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर दी। ग्रामीणों और सिख संगठनों के सदस्य पुलिसकर्मियों के साथ भिड़ गए, जिन्होंने उस शख़्स को बचाने की कोशिश की। इस जद्दोजहद में स्टेशन हाउस अधिकारी समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हो गये।

पुलिस ने कहा कि यहां कपूरथला-सुभनापुर मार्ग पर स्थित गुरुद्वारे में बेअदबी की घटना होने के कोई ”निशान” नहीं मिला है। गुरुद्वारा प्रबंधक अमरजीत सिंह (Gurdwara Manager Amarjeet Singh) ने दावा किया कि उन्होंने उस शख़्स को देखा जो प्रवासी मजदूर की तरह लग रहा था। तड़के सुबह वो शख़्स ‘निशान साहिब’ का अनादर करने की कोशिश कर रहा था। जब गुरुद्वारे के सेवादारों ने उसे पकड़ने के लिये उसका पीछा किया तो वो भाग गया।

इसके बाद सिंह ने अपने फेसबुक पेज पर लाइव किया और ये दावे किये जबकि पुलिस ने कहा कि वो इस प्रकरण को बेअदबी साबित करने का प्रयास कर रहे है। हालांकि पुलिस के मुताबिक अज्ञात शख़्स गुरुद्वारा परिसर के ग्राउंड़ फ्लोर पर बने लंगर हॉल (Langar Hall) में प्रसाद खा रहा था। जब एक सेवादार ने उसे देखा तो वो भाग गया।

घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस गुरुद्वारे पहुंची जहां बीस साल के एक शख़्स को कमरे में रखा गया था। गांववालों और सिख संगठनों (Sikh organizations) के सदस्य भी गुरुद्वारा परिसर में जमा हो गये और पुलिस को उस व्यक्ति को थाने नहीं ले जाने दिया। कुछ तलवारें और 'लाठियां' लेकर वे जबरन कमरे में घुसे और यहां तक ​​कि पुलिस से हाथापाई भी की गयी।

फिर गुस्सायी भीड़ ने उस व्यक्ति को बुरी तरह पीटा, पुलिस ने कहा, उसे गंभीर तौर पर घायल हालत में स्थानीय सिविल अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे "मृत लाया" घोषित कर दिया।

बाद में मीडिया से बात करते हुए पुलिस महानिरीक्षक गुरिंदर सिंह ढिल्लों (Inspector General of Police Gurinder Singh Dhillon) ने कहा कि गुरुद्वारे में बेअदबी की किसी वारदात के सबूत नहीं मिले है। पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब (Holy Sri Guru Granth Sahib) समेत सब कुछ यथास्थिति में पाया गया।"

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरकमलप्रीत सिंह खाख (Senior Superintendent of Police Harkamalpreet Singh Khakh) ने कहा कि शख़्स का इरादा गुरुद्वारे में चोरी करने का था। निशान साहिब का अपमान करने के आरोप पर ढिल्लों ने कहा कि निशान साहिब से बेअदबी होने का कोई ठोस सबूत नहीं मिला है, जैसा कि शिकायतकर्ता ने दावा किया है। फिलहाल पुलिस तथ्यों की पुष्टि करने के लिये सिलसिलेवार तरीके से जांच को आगे बढ़ा रही है।

ढिल्लों ने कहा कि गुरुद्वारा प्रबंधक अमरजीत सिंह के बयान पर आईपीसी की धारा 295-ए (लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने) के तहत मामला दर्ज किया गया है। अमरजीत सिंह से भी पूछताछ की जा रही है।

हालांकि एक सवाल का जवाब देते हुए ढिल्लों ने कहा कि उन लोगों के खिलाफ अभी तक हत्या का मामला दर्ज नहीं किया गया है, जिन्होंने उस शख़्स को पीट-पीट कर मार डाला क्योंकि जानकारी और वारदात की पुष्टि की जा रही है। सभी तथ्यों की पुष्टि के बाद ही एफआईआर दर्ज की जायेगी।

ये पूछे जाने पर कि पुलिस के मौजूद होने पर भी उस शख़्स की हत्या की गयी, आईजी ने कुछ पुलिसकर्मियों को चोट लगने का जिक्र करते हुए कहा कि- ये एक भावनात्मक मुद्दा था और पुलिस ने संयम दिखाया। स्टेशन हाउस अधिकारी समेत तीन पुलिसकर्मी उस समय घायल हो गये जब वो उस शख़्स को बेकाबू भीड़ से बचाने की कोशिश कर रहे थे।

बता दे कि ये वारदात शनिवार (18 दिसंबर 2021) शाम अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के गर्भगृह के अंदर कथित तौर पर 'अपवित्रता' करने का प्रयास करने के बाद एक अज्ञात व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या करने के एक दिन बाद हुई।

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