MVA Crisis: नंबर गेम में पिछड़ी महाविकास अघाड़ी सरकार, समझे महाराष्ट्र विधानसभा में मौजूदा आंकड़ों की तस्वीर

न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): MVA Crisis: सुप्रीम कोर्ट ने बीते बुधवार (29 जून 2022) रात शिवसेना की महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट स्थगित करने की मांग को खारिज कर दिया, जिससे महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार (Mahavikas Aghadi Government) के पास आज (30 जून 2022) लिटमस टेस्ट का सामना करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।

सरकार के फ्लोर टेस्ट में गिरने की प्रबल संभावनाओं के साथ, उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने SC के झटके के आधे घंटे बाद फेसबुक लाइव किया और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से अपने इस्तीफे का ऐलान किया। उन्होंने विधान परिषद की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया। इस दौरान उन्होंने कुछ और अहम बातें कहीं।

ठाकरे ने कहा कि वो फिर से शिवसेना (Shiv Sena) बनाने की कोशिश करेंगे। उन्होंने आखिर तक उनका साथ देने के लिए कांग्रेस और राकांपा (Congress and NCP) का भी शुक्रिया अदा किया। ठाकरे ने शिवसेना के बागियों पर तंज कसते हुए कहा कि जिन लोगों को उन्होंने सब कुछ दिया, उन्होंने उन्हें धोखा दिया, जबकि जिन लोगों को उन्होंने कुछ नहीं दिया, वे आखिर तक उनके साथ बने रहे।

महाराष्ट्र में नंबर गेम: कैसे एमवीए हार गया आंकड़ों की रेस

महाराष्ट्र विधानसभा (Maharashtra Legislative Assembly) में 288 सीटें हैं। एक विधायक की मृत्यु की वजह से महाराष्ट्र में मौजूदा विधायकों की तादाद 287 है। बहुमत के लिए 144 सीटों की जरूरत है। करीब 10 दिन पहले महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट खड़ा होने से पहले शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के पास कुल 152 विधायक थे। यानी इन तीनों पार्टियों के पास बहुमत से 7 विधायक ज्यादा थे।

अब आगे क्या होगा महाराष्ट्र में?

भाजपा अब 169 विधायकों के समर्थन से महाराष्ट्र में नई सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। इनमें से 106 विधायक उसके अपने हैं जबकि 50 विधायक एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) गुट के हैं- इनमें 39 बागी विधायक (Rebel MLA) शिवसेना के और 11 अन्य विधायक भी शिंदे के साथ उनके खेमे में शामिल हैं।

इसके अलावा 13 अन्य विधायकों ने भी बीजेपी (BJP) को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है। इस तरह ये तादाद 169 है। इसका मतलब है कि भाजपा के पास बहुमत से 25 विधायक ज़्यादा हैं और वो बेहद आसानी से सरकार बनाने में सक्षम होगी।

देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) के तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने की संभावना है। फडणवीस ने कहा है कि बीजेपी सरकार बनाने का दावा पेश करने की प्रक्रिया में है और इस प्रक्रिया को पूरा होने में 2-3 दिन लगेंगे। इनमें से शिवसेना के पास 55 विधायक, राकांपा के 53 विधायक और कांग्रेस के पास 44 विधायक थे। इस तरह ये आंकड़ा 152 हो जाता है। हालांकि शिवसेना में बागियों ने खेल बदल दिया।

एकनाथ शिंदे समेत शिवसेना के 39 बागी विधायक अब उद्धव ठाकरे का विरोध कर रहे हैं। फ्लोर टेस्ट (Floor Test) में वो सरकार को गिराने के लिये मतदान करेगें। इसका मतलब य हुआ कि उद्धव सरकार के पास खुद की मजबूती दिखाने के लिये सिर्फ 116 विधायक होंगे।

इनमें से शिवसेना के सिर्फ 16 विधायक उद्धव ठाकरे के पास बचे हैं। गठबंधन सरकार के पास बहुमत का दावा करने के लिये जरूरत से कम 28 विधायक हैं। नंबर गेम ने फ्लोर टेस्ट में उद्धव सरकार का गिरना निश्चित है।

एकनाथ शिंदे और अन्य बागी विधायक गुवाहाटी (Guwahati) में रहने के बाद अब गोवा (Goa) में हैं। उनके जल्द ही उनके मुंबई (Mumbai) लौटने की उम्मीद है। सीएम के रूप में अपने विदाई संबोधन में उद्धव ठाकरे ने शिव सैनिकों से विरोध में सड़कों पर नहीं उतरने और बागी विधायकों को सुरक्षित मुंबई लौटने देने को कहा।

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