Mumbai Police को मिली 26/11 हमले दोहराने की धमकी, पाकिस्तानी नंबर से आया व्हाट्सएप मैसेज

न्यूज डेस्क (आदर्श शुक्ला): मुंबई पुलिस (Mumbai Police) को एक पाकिस्तानी नंबर से मुंबई पुलिस ट्रैफिक कंट्रोल के व्हाट्सएप नंबर पर शहर में “26/11 जैसे” आतंकी हमले की धमकी मिली है, जिसके बाद पुलिस व्हाट्सएप मैसेज की जांच कर रही है। मैसेज में कहा गया है कि भारत में हमले को छह लोग अंजाम देंगे। सूत्रों ने बताया कि मुंबई पुलिस ने मामले पर फौरी जांच शुरू कर दी है और सुरक्षा एजेंसियों (Security Agencies) ने अलर्ट जारी कर दिया गया है।

इस कथित व्हाट्सएप मैसेज में 26 नवंबर 2008 को हुए हमलों की यादों को फिर से ताजा करने की बात की, जहां पाकिस्तान के आतंकवादी गुट लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) ने पूरे मुंबई में आंतकी हमले किये थे। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP-Nationalist Congress Party) के नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार (Ajit Pawar) ने आज (20 अगस्त 2022) कहा कि राज्य सरकार को ये मामला गंभीरता से लेना चाहिए और इसकी जांच करनी चाहिये।

बता दे कि ये घटनाक्रम बीते गुरूवार (18 अगस्त 2022) को राज्य के रायगढ़ जिले (Raigarh District) के हरिहरेश्वर समुद्र तट (Harihareshwar Beach) के पास से एके 47 राइफल, बंदूकें और गोला-बारूद ले जा रही एक नाव मिलने के बाद सुरक्षा के लिहाज से सामने आया है। नाव के बरामद होने के बाद महाराष्ट्र पुलिस को सतर्क रहने को कहा गया है।

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Maharashtra Deputy Chief Minister Devendra Fadnavis) के मुताबिक कथित नाव एक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक की है। मामले पर उन्होंने कहा कि, “नाव का इंजन समुद्र में टूट गया,  नाव पर सवार लोगों को कोरियाई नौसेना ने बचाया। ये नाव अब हरिहरेश्वर समुद्र तट पर पहुंच गयी है। आने वाले त्यौहारी मौसम को ध्यान में रखते हुए पुलिस और प्रशासन को तैयार रहने का निर्देश दे दिया गया है।”

गौरतलब है कि 26 नवंबर 2008 को पाकिस्तान से लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादी समुद्री रास्ते मुंबई पहुंचे और मुंबई के अलग-अलग इलाकों में गोलीबारी की, जिसमें 18 सुरक्षाकर्मियों समेत सैकड़ों लोग मारे गये और कई लोग घायल हो गये। बाद में देश के बेहतरीन कमांडो दस्ते एनएसजी (NSG) समेत सुरक्षा बलों ने नौ आतंकवादियों को मार गिराया। इस दौरान अजमल कसाब (Ajmal Kasab) एकमात्र आतंकवादी था जिसे जिंदा पकड़ा गया। चार साल बाद 21 नवंबर 2012 को उसे फांसी दे दी गयी।

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