G20 Summit: रेलवे और शिपिंग कनेक्टिविटी से जुड़ेगें अमेरिका, भारत, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यूरोपीय यूनियन

नई दिल्ली (गंधर्विका वत्स): G20 Summit: व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने दावा किया है कि मध्य पूर्व, दक्षिण एशिया और यूरोप के देशों को जोड़ने वाले शिपिंग और रेल परिवहन गलियारे का ऐलान नई दिल्ली (New Delhi) में चल रहे जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर किये जाने की संभावना है। संयुक्त राज्य अमेरिका, भारत, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, यूरोपीय संघ (European Union) और G20 भागीदारों को इस शिपिंग और रेल परिवहन गलियारे का फायदा मिल सकता है, जिसका मकसद मध्य पूर्व से लेकर यूरोप (Europe) तक भारत से वाणिज्य, ऊर्जा और डेटा के फ्लो में सहायता करना है।

व्हाइट हाउस के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर (White House Deputy National Security Advisor John Finer) के मुताबिक आज (9 सितंबर 2023) G20 के एजेंड़े से अलग वैश्विक बुनियादी ढांचे पर केंद्रित बैठक में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) की घोषणा होने की उम्मीद है। इस बैठक में कई ग्लोबल लीडर वैश्विक समुदाय के सामने आने वाले अन्य मुद्दों के अलावा वैश्विक अर्थव्यवस्था और सप्लाई चैन चुनौतियों पर चर्चा करने के लिये बैठक कर रहे हैं।

इस समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद इसे महामारी के बाद पूरी तरह से विकसित विश्व व्यवस्था में एक वैकल्पिक आपूर्ति श्रृंखला के रूप में देखा जा सकता है। फाइनर ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन (President Joe Biden) और प्रधान मंत्री मोदी आज बाद में वैश्विक बुनियादी ढांचे पर केंद्रित एक कार्यक्रम के लिये अन्य नेताओं से मुलाकात करेंगे। जॉन फाइनर ने कहा कि- “इस सौदे से इलाके के कई निम्न और मध्यम आय वाले देशों को लाभ होगा और वैश्विक वाणिज्य में मध्य पूर्व के लिये अहम भूमिका सुनिश्चित करना सक्षम हो सकेगा। हम इसे इसमें शामिल देशों और विश्व स्तर पर भी अपील के तौर पर देखते हैं, क्योंकि ये पारदर्शी है क्योंकि ये उच्च मानक है क्योंकि इसमें जबरदस्ती किसी को भी शामिल नहीं किया गया है।”

इस पहल के बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए, फाइनर ने कहा कि ये सिर्फ रेलवे प्रोजेक्ट (Railway Project) नहीं होगा, बल्कि इसमें शिपिंग परियोजना (Shipping Project) भी शामिल है। इसी मुद्दे पर फाइनर ने कहा कि, “ये सिर्फ रेलवे परियोजना नहीं है, ये शिपिंग और रेलवे परियोजना है और लोगों के लिये ये समझना अहम है कि ये कितनी बड़ी, महत्वाकांक्षी और अभूतपूर्व परियोजना होगी।”

फाइनर ने इस बनने वाली परियोजना को सकारात्मक करार दिया, जिसका मकसद हाशिये पर जी रहे लोगों की सेवा करना है। इसी बात को केंद्र में रखते हुए फाइनर ने कहा कि- “जिस तरह से हम इन्फ्रा प्रोजेक्ट को देखते हैं, ये सकारात्मक प्रोजेक्ट है। इसमें बुनियादी सुविधाओं से वंचित देशों के लिये अपील है। हम देशों से जीरो अमाउंट विकल्प चुनने के लिये नहीं कह रहे हैं।”

इस बुनियादी ढांचे के सौदे की मदद से मध्य पूर्व के देशों को रेलवे के नेटवर्क के जरिये जोड़ने की उम्मीद है। ये नेटवर्क इलाके के बंदरगाहों को शिपिंग लेन की मदद से भारत से भी जोड़ेगा।

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