NATO सदस्य बनने के बेहद करीब फिनलैंड, स्वीडन की दावेदारी पर अडंगा लगा सकता है तुर्किये

एजेंसियां/न्यूज डेस्क (वृंदा प्रियदर्शनी): फिनलैंड ने नाटो (NATO) का सदस्य बनने के बेहद करीब एक कदम उठाया, फिनलैंड (Finland) के सांसदों ने सैन्य गठबंधन में शामिल होने के लिये कवायदें तेज कर दी है। फिनलैंड के सांसदों ने आज (28 फरवरी 2023) इस मामले को लेकर एक विधेयक पर बहस करेंगे। दूसरी ओर नाटो महासचिव जेन स्टोलटेनबर्ग (NATO Secretary General Jens Stoltenberg) प्रधान मंत्री सना मारिन और राष्ट्रपति साउली निनिस्तो (President Sauli Niinisto) के साथ मुलाकात करेंगे।

इस बिल पर वोटिंग बुधवार (1 मार्च 2023) की होगी और उम्मीद है कि ये बिना किसी विरोध के पास हो जायेगा, क्योंकि मई में नाटो सदस्यता को लेकर शुरूआती बोली में 200 सदस्यों में से 188 सांसदों ने इस समर्थन में वोटिंग की थी। एक बार बिल संसद की ओर से अनुमोदित हो जाने के बाद, इसे राष्ट्रपति के पास भेजा जायेगा, जिनके हस्ताक्षर इस प्रक्रिया को औपचारिक बनाने के लिये जरूरी हैं।

राष्ट्रपति की ओर से कानून पर हस्ताक्षर किये जाने के बाद, फिनलैंड वाशिंगटन (Washington) को अपने परिग्रहण के दस्तावेज (Document of Accession) सौंपेंगा। फिनलैंड में 2 अप्रैल को होने वाले चुनाव से पहले कई सांसद नाटो की सदस्यता के लिये क़ानून को जल्द से जल्द लागू करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं।

फिनलैंड और स्वीडन (Sweden) दोनों ने यूक्रेन पर रूसी हमले के मद्देनजर पिछले साल ट्रान्साटलांटिक रक्षा गठबंधन (Transatlantic Defence Alliance) में शामिल होने के लिये आवेदन किया था। बता दे कि नाटो की सदस्यता के लिये सभी 30 सदस्य देशों के समर्थन की दरकार होती है। हालांकि फिनलैंड को सभी सदस्यों का समर्थन हासिल था, दूसरी ओर स्वीडन को स्टॉकहोम (Stockholm) में हाल ही में बैक-टू-बैक विरोध प्रदर्शनों पर तुर्की से आपत्तियों का सामना करना पड़ा।

पहले विरोध की अगुवाई एक कुर्द गुट ने की थी, जहां स्टॉकहोम में तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन (President Recep Tayyip Erdoğan) का पुतला पैरों के बल लटकाया हुआ देखा गया था। एक अन्य विरोध प्रदर्शन राजनेता रैसमस पलुदन (Rasmus Paludan) की ओर से आयोजित किया गया, जिन्होंने तुर्की दूतावास के सामने कुरान की प्रति जलायी।

इन्हीं बातों के मद्देनज़र एर्दोगन ने कहा था कि तुर्की नाटो सदस्यता के लिये स्वीडन के नाम का समर्थन नहीं करेगा, और साथ ही उन्होनें मांग की कि वो कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (Kurdistan Workers’ Party) समेत दर्जनों संदिग्धों को प्रत्यर्पित करें, जिन्हें वो आतंकवादी मानता है। दूसरी ओर फिनलैंड को तुर्की के अनुकूल देखा गया, इसी मुद्दे पर तुर्की के विदेश मंत्री मेव्लुट कावुसोग्लू (Foreign Minister Mevlut Cavusoglu) ने बीते सोमवार (27 फरवरी 2023) को कहा कि, “हम स्वीडन और फिनलैंड की सदस्यता प्रक्रिया को अलग कर सकते हैं।”

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