लालू प्रसाद यादव के रिश्तेदारों पर कसा ED का शिकंजा, दिल्ली और बिहार में 15 से ज्यादा ठिकानों पर हुई छापेमारी

न्यूज डेस्क (श्री हर्षिणी सिंधू): प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नौकरी के बदले जमीन घोटाले में आज (10 मार्च 2023) पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद के कई रिश्तेदारों के खिलाफ दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) और बिहार में कई ठिकानों पर छापेमारी की।

दिल्ली में लालू प्रसाद (Lalu Prasad Yadav) की बेटी मीसा भारती (Misa Bharti) के साथ-साथ बिहार में राजद के नेता और पूर्व विधायक अबू दोजाना (Abu Dojana) के घर पर भी छापेमारी की गयी। खब़र लिखे जाने तक दिल्ली, एनसीआर और बिहार (Bihar) में 15 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई जारी थी। ईडी की कई टीमों ने उन लोगों के घर और कार्यालयों पर छापेमारी की कार्रवाई की, जो लोग जमीन के बदले नौकरी घोटाले में शामिल थे।

ईडी ने मामले में लालू प्रसाद के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) मामले का संज्ञान लेते हुए प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दायर करने के बाद धन शोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत ये तलाशी ली।

सीबीआई की एक टीम की ओर से नौकरी के बदले जमीन मामले में लालू प्रसाद से पूछताछ के कुछ दिनों बाद एजेंसी ने ये तलाशी ली। बता दे कि सीबीआई ने मंगलवार (7 मार्च 2023) को दो सत्रों में लालू प्रसाद से करीब पांच घंटे तक पूछताछ की। सीबीआई ने सोमवार (6 मार्च 2023) को लालू प्रसाद की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi) से भी उनके पटना (बिहार) स्थित आवास पर पांच घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की थी।

सीबीआई पहले ही लालू प्रसाद, राबड़ी देवी समेत 14 अन्य लोगों के खिलाफ आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत आरोप पत्र दायर कर चुकी है। दिल्ली की एक अदालत ने पिछले महीने लालू प्रसाद और अन्य आरोपियों को 15 मार्च को पेश होने के लिये सम्मन जारी किया था।

सीबीआई ने इस मामले के संबंध में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, इनमें तत्कालीन रेल मंत्री के विशेष कार्य अधिकारी भोला यादव (Bhola Yadav), रेलवे कर्मचारी हृदयानंद चौधरी (Hridayanand Chowdhary) और घोटाले का कथित लाभार्थी धर्मेंद्र राय (Dharmendra Rai) शामिल थे।

सीबीआई ने आरोप लगाया है कि लालू प्रसाद और उनके परिवार के कुछ सदस्यों ने साल 2004 से 2009 के बीच जब वो रेल मंत्री थे, भारतीय रेलवे में नौकरी के लिये रिश्वत के तौर पर जमीन के भूखंड हासिल किये थे। एजेंसी ने जांच के सिलसिले में पिछले साल अगस्त में करीब दो दर्जन ठिकानों पर तलाशी और छापेमारी की थी।

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