Asia Cup 2022: टीम इंडिया के खिलाफ पहले मैच में पाकिस्तान को भारी पड़ी ये तीन गलतियां

स्पोर्ट्स डेस्क (नरसिम्हन नायर): एशिया कप 2022 (Asia Cup) के दूसरे मैच में टीम इंडिया ने पाकिस्तानी टीम को रौंद दिया। उम्मीद के मुताबिक ये आखिरी ओवर तक गया। भारत पूरे मैच के दौरान बेहतरीन टीम की तरह खेलती दिखी। इस तरह टीम इंडिया ने 5 विकेट से मैच जीत लिया। कागज पर ये करीबी मैच की तरह लग सकता है, लेकिन टीम इंडिया (Team India) असल में कभी भी मुश्किल में नहीं दिखी और आसानी से मैच अपने नाम कर लिया।

भारत की जीत में पाकिस्तान (Pakistan) टीम की गलतियों ने अहम रोल निभाया। अगर ये गलतियां नहीं की गयी होती तो टीम इंडिया को आखिरी ओवर तक जूझना पड़ सकता था।

भुवनेश्वर कुमार के खिलाफ क्रीज ना छोड़ना

भुवी को रफ्तार और सटीक स्पैल का सारा श्रेय दिया जाना चाहिये। वो तेज, सटीक और गंभीर थे, लेकिन पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने इसे पहली पंद्रह गेंदों में ही अच्छे भांप लिया होगा। उन्होंने भुवनेश्वर (Bhuvneshwar Kumar) के खिलाफ कोई मौका मिला। अगर वो खेल की शुरुआत में भुवी को डिस्टेबलिस करने में कामयाब होते तो उनका कुल स्कोर 175 के करीब होता और ये एक फाइटिंग टोटल हो सकता था।

मोहम्मद नवाज़ का आखिरी ओवर

बीसवें ओवर की पहली गेंद पर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) टीम इंडिया के एकमात्र बायें हाथ के बल्लेबाज़ रवींद्र जडेजा ने बारहवें ओवर की पहली गेंद पर उसे बाउंड्री पार पहुँचाया। ये शॉट ठीक ऐसे वक्त खेला गया, जब टीम इंडिया को जीत के लिये सात गेंदों में सिर्फ एक छक्का चाहिये था इस दौरान टीम इंडिया के छह विकेट बाकी थे। आजकल पावर हिटिंग हालातों में जडेजा, हार्दिक पांड्या और दिनेश कार्तिक (Hardik Pandya and Dinesh Karthik) ऐसे खेल का मुज़ाहिरा करते दिख रहे है। कुल मिलाकर टीम पाकिस्तान को मोहम्मद नवाज़ (Mohammad Nawaz) को स्पैल देना आत्मघाती रहा। दूसरी देखा जाये तो नवाज के पास पिच के मुफ़ीद रफ्तार और अच्छा उछाल नहीं मिला, जिसकी वज़ह से उनकी गेंदबाजी रफ्तार अपनी धार खोती दिखी।

स्लो ओवर रेट

भारत ने भी ऐसा ही किया, लेकिन वो दूसरी गेंदबाजी नहीं कर रहे थे। नये नियम ने पाकिस्तान को आखिरी तीन ओवरों में 30 गज के घेरे के अंदर छह के बजाय पांच फील्डरों को रखने के लिये मजबूर किया। तभी टीम इंडिया ने रन रेट तेज किया। एक और फील्डर के बाउंड्री पर गश्त करने से टीम इंडिया के लिये लक्ष्य का पीछा करना मुश्किल हो सकता था। ये शायद सिर्फ एक बाउंड्री शॉट बचाने की बात थी।

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