Agnipath: प्रदर्शनकारियों को जानना चाहिये सेना में भर्ती को लेकर दिवंगत CDS जनरल रावत का दिया बयान

केंद्र सरकार द्वारा अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) को लागू करने के ऐलान के कुछ ही दिनों बाद इसके लागू करने को लेकर पूरे भारत में इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन और हिंसक आंदोलन किये गये। सेना में भर्ती की तैयारी करने वाले छात्र और युवा संगठनों ने इन विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा लिया, जो जल्द ही हिंसक हो गये, जिससे भारी हिंसा हुई और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा।

अग्निपथ सेना भर्ती योजना (Agneepath Army Recruitment Scheme) के खिलाफ बीते शुक्रवार (17 जून 2022) को 11 राज्यों में हिंसा भड़की है, ऐसे में हमें सीडीएस जनरल रावत (CDS General Rawat) को बयानों को याद करना चाहिये जो कि उन्होनें 13 दिसंबर, 2018 को दिये थे, उनका बयान आज भी प्रासंगिक हैं, खासकर आज के माहौल में।

केंद्र सरकार (Central government) की अग्निपथ योजना के खिलाफ आंदोलन कर रहे सभी युवा प्रदर्शनकारियों को सीडीएस जनरल बिपिन रावत के शब्दों पर ध्यान देना चाहिये, जिन्होंने भारतीय सेना (Indian Army) में शामिल होने की इच्छा रखने वाले देश के युवाओं के लिये कुछ अहम बातों पर रोशनी डाली।

अपने भाषण के दौरान पूर्व सीडीएस ने कहा कि सेना सिर्फ नौकरी देने का जरिया नहीं है। जनरल बिपिन रावत आगे कहा था कि भारतीय सेना में शामिल होने के लिये शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होना चाहिए और मातृभूमि की रक्षा के लिये जुनून होना चाहिये।

उनकी बातों के बावजूद भारत के युवा अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे हैं। कुछ लोगों ने तर्क दिया है कि ये युवा राष्ट्र की सेवा नहीं करना चाहते हैं, बल्कि लंबे करियर के लिये भारतीय सेना में शामिल होना चाहते हैं, और फिर रिटायरमेंट के बाद पेंशन हासिल करना चाहते हैं। अग्निपथ योजना पर सरकार के साथ खड़े लोगों को लगता है कि भारत के युवा भारतीय सेना को रोजगार गारंटी योजना के तौर पर देख रहे हैं।

देश में आज अग्निपथ योजना विवाद और विरोध प्रदर्शन को लेकर तीन बड़े अपडेट सामने आये हैं। पहले इस योजना के खिलाफ विरोध अब 18 राज्यों में फैल गया है और हर बीतते दिन के साथ विरोध बढ़ता जा रहा है। दूसरा सरकार ने भर्ती के लिये उम्र सीमा 21 से बढ़ाकर 23 साल की है ताकि बीते दो साल से तैयारी कर रहे युवा भी सेना में शामिल हो सकें।

तीसरा और सबसे अहम अपडेट में से एक ये है कि अग्निपथ योजना के तहत अग्निपथ की भर्ती 24 जून 2022 से भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) में शुरू होगी। हालांकि सरकार जल्द ही सेना में युवाओं की भर्ती शुरू कर रही है, सेना के कई उम्मीदवार योजना के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं।

हालात इस कदर बिगड़ते दिख रहे है कि तेलंगाना (Telangana) में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन (Secunderabad Railway Station) में तोड़फोड़ की, आंदोलन के दौरान लगभग 6 ट्रेन के डिब्बों में आग लगा दी गयी। जैसे-जैसे तेलंगाना में विरोध और हिंसक होता गया, पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिये हवा में गोलियां चलानी पड़ी, जिससे एक युवा छात्र की जान चली गयी और 14 अन्य घायल हो गये।

इसी तरह बिहार के दरभंगा शहर (Darbhanga city of Bihar) में भी अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन काफी हिंसक हो गया, जहां सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बल और आसपास खड़ी गाड़ियों पर पथराव शुरू कर दिया। हिंसक प्रदर्शनों के दौरान बिहार में बसों के अंदर फंसे स्कूली बच्चों की डरावनी तस्वीरें सामने आयी।

बड़े पैमाने पर आंदोलन के बावजूद भारत सरकार अग्निपथ योजना के साथ आगे बढ़ रही है, और इस नई सैन्य भर्ती योजना (New Army Recruitment Scheme) के खिलाफ भर्ती अभियान जल्द ही भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना (Navy) में शुरू होने वाला है।

संस्थापक संपादक – अनुज गुप्ता

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