UP Panchyat Chunav 2021: बीजेपी के कारण देवरानी जेठानी में ठनी रार, बड़े भाई ने छोटे को निकाला घर से बाहर

न्यूज डेस्क (निकुंजा राव): उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव (UP Panchyat Chunav) के कारण कई दिलचस्प खबरें सामने आ रही है। इसी क्रम में हाथरस जिले से एक खबर सामने आयी। जहां भाजपा के टिकट के कारण बड़े भाई ने छोटे को घर से बाहर का रास्ता दिखा गया। साथ ही इसी घर की देवरानी और जेठानी में सियासी मैदान में एक दूसरे के सामने ताल ठोकती दिखेंगी।मामला हाथरस का है। जहां पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय की घरेलू लड़ाई अब सड़क पर आ गयी है। हाल ही में रामवीर उपाध्याय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपने छोटे भाई मुकुल काफी संजीदा इल्जाम लगाये। लगभग 1 घंटे चली इस वार्ता में उन्होंने अपने छोटे पर भाई पर जमकर लांछन लगाये। ज़वाब में मुकुल उन्हें सफाई देकर गुहार लगाता रहा।

भाजपा के पूर्व विधायक मुकुल उपध्याय की पत्नी को हाथरस वार्ड नंबर 14 से जिला पंचायत सदस्य के लिए भाजपा से टिकट मिला। रितु का टिकट फाइनल होने के बाद रामवीर उपाध्याय ने अपने समर्थकों को बुलाकर एक प्रेस वार्ता आयोजित की। जिसमें उन्होंने मीडिया को इस मामले से रूबरू कराया। रामवीर उपाध्याय को अपने भाई की पत्नी का भाजपा के टिकट से उस सीट से खड़ा होना बिल्कुल नागंवार लगा। उन्होंने कहा कि अब पानी सबसे काफी ऊपर चला गया है। जिस भाई को मेहनत से पाल पोस कर बड़ा किया, वो कभी ऐसा करेगा ये सपने में भी नहीं सोचा था।

साल 2004 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान मुकुल उपाध्याय विधायक बने लेकिन उनके पास जमीनी जनाधार नहीं था। मुकुल की चुनावी बागडोर रामवीर ने पूरी तरह संभाल रखी थी। रामवीर की सिफारिश पर ही मुकुल को बहुजन समाजवादी पार्टी सरकार में राज्य मंत्री का दर्जा मिला था। साथ ही पार्टी में उन्हें यूपी कोऑर्डिनेटर की भूमिका भी मिली। रामवीर उपाध्याय ने दावा किया कि मुकुल को सक्रिय राजनीति में लाने के लिए उन्हें अपना भारी पैसा खर्च किया। साथ ही अपने निजी संबंधों का इस्तेमाल मुकुल के पॉलिटिकल करियर के लिये किया। जिसके कारण उन पर 2 करोड़ रूपयों की उधारी हो गयी।

इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि कई पारिवारिक कारणों और प्रॉपर्टी से जुड़े मसलों की वज़ह वो नहीं चाहते थे कि मुकुल की पत्नी इन चुनावों में उतरे। जिसके बारे में उन्होंने मुकुल को भी अवगत कराया, लेकिन जैसे ही उनकी पत्नी को भाजपा का टिकट मिला तो घरेलू लड़ाई मीडिया के कैमरे से होती हुई सड़क पर आ गयी। इस दौरान रामवीर उपाध्याय ने लोगों से अपनी पत्नी सीमा उपाध्याय को वार्ड नंबर 14 से जिताने की अपील की। मामला काफी दिलचस्प होता जा रहा है। अध्यक्ष के पद पर उन्हीं के परिवार में से कोई जीतेगा। अब वो कौन जीतेगा इसका फैसला चुनावी नतीजे करेंगे।

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