लिंग का तनाव बना जीवन भर का तनाव, दिखा Viagra का साइड इफैक्ट, रहे सावधान

लाइफ स्टाइल डेस्क (देविका चौधरी): Viagra: आप जो कुछ भी इस्तेमाल करते हैं, जो कि नेचुरल नहीं है और ज़्यादा मात्रा में इस्तेमाल किया गया है तो इसके साइड इफैक्ट होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। और अगर दवाओं की बात आती है तो अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिये और डॉक्टर की लिखी प्रिस्क्रिसप्शन को ही फॉलो करना चाहिये। अगर आप इससे दायें-बायें जाकर मनमाने ढंग से दवा का इस्तेमाल करते है तो आपका हाल उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (Prayagraj of Uttar Pradesh) के नये नवेले शादीशुदा शख़्स जैसा हो सकता है, जिसे इन हालातों का सामना करना पड़ा रहा है।

ये है पूरा मामला

उस शख़्स ने अपने दोस्तों से सलाह लेने के बाद अपनी सेक्सुअल परफॉर्मेंस (Sexual Performance) को बेहतर बनाने के लिये वियाग्रा लेने का फैसला किया। वियाग्रा लेते वक्त उसने जिस बात का ध्यान नहीं रखा, वो दवा की निर्धारित खुराक है। मेडिकल रिपोर्टों से पता चलता है कि उस आदमी ने वियाग्रा की खुराक को रोजाना 200 मिलीग्राम तक बढ़ा दिया, जो कि अनुशंसित मात्रा का चार गुना ज़्यादा है।

28 वर्षीय व्यक्ति उस शख़्स का इरेक्शन (Erection) खत्म हो गया, जो कि 20 दिनों के बाद भी कम नहीं हुआ। इन हालातों को जरूरत से ज़्यादा उत्तेजना कहा जाता है, जिसमें लिंग जरूरत से ज़्यादा लंबा हो जाता है। ये हालात कुछ देर से लेकर कई घंटों तक बने रहते है। ऐसा यौन उत्तेजना (Sexual Arousal) के कारण नहीं होता है। इस हालातों की वज़ह से यौन उत्तेजित न होने के बावजूद शख़्स का इरेक्शन कम नहीं हो रहा था।

इस तरह लिंग का तनाव बना जीवन भर का तनाव

बाद में उस शख़्स को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी पेनाइल प्रोस्थेसिस सर्जरी (Penile Prosthesis Surgery) सफलतापूर्वक की। हालाँकि अब आदमी को एक समस्या का सामना ज़िन्दगी भर करना पड़ेगा, डॉक्टरों का कहना है कि हालांकि आदमी बच्चे पैदा कर सकता है और सामान्य जीवन जी सकता है, लेकिन उसके निजी अंगों में तनाव कभी कम नहीं होगा। उसे अपने लिंग उभार (Penis Bulge) को छिपाने के लिये हमेशा के लिये एक तंग कपड़ा पहनना होगा।

अब पूरी तरह जाने वियाग्रा का हिसाब-किताब

वियाग्रा बीते तीन दशकों में सबसे मशहूर दवाओं में से एक के तौर पर उभरी है। ये पुरुषों में सेक्सुअल परफॉर्मेंस के इलाज के लिये इस्तेमाल की जाती है। ओरल ली जाने वाली ये दवा का शुरूआती दौर में काम उच्च रक्तचाप और एनजाइना (High Blood Pressure And Angina) के इलाज में मदद करना था। लेकिन इसके साइड इफैक्ट ने इस दवा की खोज की सेक्सुअल परफॉर्मेंस के इलाज में उपयोगी बना दिया। इसने दवा निर्माता के लिये एक नया बाजार खोल दिया और बेहद ही कम वक़्त के भीतर ये दुनिया भर में काफी मशहूर हो गयी। यूके में वियाग्रा को डॉक्टर से प्रिस्क्रिप्शन पर परामर्श लेने और अपनी जरूरत पर चर्चा करने के बाद ही खरीदा जा सकता है।

वियाग्रा एक एंजाइम की क्रिया को रोकता है, जो कि आमतौर पर रक्त वाहिकाओं (Blood Vessels) को छोटा कर देता है। इस एंजाइम को रोककर रक्त वाहिकाओं को चौड़ा किया जाता है, जिससे लिंग में ब्लड़ सर्कुलेशन (Blood Circulation In Penis) एकाएक बढ़ जाता है, जिससे इरेक्शन (यौन उत्तेजना) हासिल करने और बनाये रखने में काफी मदद मिलती है।

ये ध्यान रखना अहम है कि यौन उत्तेजना होनी चाहिये, वियाग्रा टैबलेट के बिना भी गज़ब का इरेक्शन होता है, जिसके लिये खानपान और दिनचर्या पर ध्यान देना जरूरी होता है। वियाग्रा 25 मिलीग्राम, 50 मिलीग्राम और 100 मिलीग्राम ओरल गोलियों के तौर पर बाज़ार में मौजूद है। आमतौर पर वियाग्रा की एक टैबलेट 24 घंटों में खाली पेट और एक गिलास पानी के साथ ली जाती है।

इसका असर आमतौर पर 5 घंटे तक रहता है और ज़्यादा पुरूष 2 या 3 घंटों के भीतर इसके असर को नोटिस करते हैं लेकिन कुछ ऐसे कारक भी हैं, जो कि इसके असर को प्रभावित कर सकते हैं कि ये कितनी अच्छी तरह काम करेगा।

क्या हो अगर ली जाये जरूरत से ज़्यादा वियाग्रा?

डॉक्टर के द्वारा प्रिस्क्राइब वियाग्रा डोज को सेफ माना जाता है, लेकिन अगर कोई शख़्स बहुत ज़्यादा वियाग्रा लेता है, तो उसे कई साइड इफैक्ट हो सकते हैं। एक खास साइड इफैक्ट जो कि नॉर्मल खुराक पर वियाग्रा लेते समय दुर्लभ होता है, जिसे प्रियापिज्म कहा जाता है।

वियाग्रा लिंग और शरीर के अन्य हिस्सों को प्रभावित करता है। बहुत अधिक इसका इस्तेमाल करने पर लिंग की उत्तेजना कई कई घंटों तक कायम रहती है। उत्तेजित लिंग की स्थिति असहज और असमान रूप से चार घंटे से ज़्यादा समय तक बनी रहती है। लंबे समय तक इरेक्शन से पेनाइल टिश्यू (Penile Tissue) को परमानेंट नुकसान हो सकता है। तुरन्त ट्रीटमेंट के बिना लिंग को भारी नुकसान हो सकता है। लिंग के ऊतक, कोशिकायें और रक्त संचार पर इसका सीधा असर पड़ता है।

वियाग्रा अगर निर्धारित खुराक से ज़्यादा ली जाये तो ब्लड़ प्रेशर काफी कम हो सकता है। इससे दिल की समस्यायें हो सकती हैं जैसे कि अनियमित दिल की धड़कन (Irregular Heartbeat) या इससे भी बदतर दिल का दौरा (Heart Attack) भी। इसलिये ये जरूरी है कि आप सिर्फ और सिर्फ अपने फिजिशयन द्वारा निर्धारित वियाग्रा की खुराक लें और सुनिश्चित करें कि आप रिकॉमेंडिड खुराक ले रहे हैं।

वियाग्रा लेते समय एक और सावधानी बरतनी चाहिये कि इसे इस्तेमाल करते समय अंगूर का रस पीने से बचना चाहिये। अंगूर के रस (खासतौर से रेड वाइन) का एक गिलास भी साइड इफेक्ट के जोखिम को काफी बढ़ा सकता है। ज़्यादातर डॉक्टर अंगूर उत्पादों के साथ वियाग्रा ने लेने की सलाह देते है। अंगूर शरीर में खून के स्तर को बढ़ा सकता है जो कि वियाग्रा के इस्तेमाल से पहले ही बढ़ जाता है।

ये है वियाग्रा के साइड इफैक्ट

वियाग्रा के साइड इफेक्ट होते हैं, हालांकि उनमें से ज्यादातर हल्के होते हैं और वक़्त के साथ अपने आप दूर हो जाते हैं। इनमें सुर्ख लाल चेहरा होना, नाम ज़ाम होना खासतौर से शामिल होता है। कई पुरुषों में सिरदर्द की भी समस्या देखी गयी है। इन दुष्प्रभावों को आमतौर पर सहन किया जा सकताता है और समय के साथ इनमें सुधार आ जाता है। हालांकि वियाग्रा के साइड इफेक्ट में चक्कर आना नॉर्मल नहीं माना जाता है क्योंकि ये आपके ब्लड़ प्रेशर को काफी कम कर सकता है लेकिन वक़्त के साथ इसमें फिर से सुधार आ जाता है।

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