Pentagon का बयान, अफगानी नागरिकों पर हुए ड्रोन हमले में शामिल अमेरिकी सैनिकों पर नहीं होगी कार्रवाई

एजेंसियां/न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): पेंटागन (Pentagon) ने बीते सोमवार (13 दिसंबर 2021) को कहा कि वो 29 अगस्त को काबुल में गलत ड्रोन हमले में किसी भी सैनिक को सज़ा नहीं देगा, जिसमें 10 अफगान नागरिक कथित तौर पर मारे गये थे। द वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, पेंटागन ने कहा कि रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन (Defence Secretary Lloyd Austin) ने सिफारिशों को मंजूर कर लिया है कि काबुल में गलत ड्रोन हमले (Drone strikes) के लिये किसी भी अमेरिकी सैन्यकर्मी को दंड़ित नहीं किया जाना चाहिये, जिसमें एक अमेरिकी सहायता संगठन के अफगान कर्मचारी और सात बच्चों सहित 10 नागरिक मारे गये।

सैन्य अधिकारियों ने पहले कहा था कि 29 अगस्त को हमला आपराधिक लापरवाही का नतीजा नहीं था। बीते नवंबर महीने में इस वारदात स्वतंत्र जांच की अगुवाई करने वाले वायु सेना के महानिरीक्षक (Air Force Inspector General) ने कहा कि एयर स्ट्राइक ने युद्ध कानूनों का उल्लंघन नहीं किया, लेकिन सबूतों से कुछ सुझाव मिलते है, जिनका विश्लेषण किया जाना जरूरी है। सैन्य कमांडरों को पूर्वाग्रहों से बचना चाहिये। पेंटागन ने माना कि एयर स्ट्राइक “दुखद गलती” थी, इसके बावजूद उस समीक्षा के दौरान किसी भी तरह की अनुशासनात्मक कार्रवाई (Disciplinary Action) की सिफारिश नहीं की गयी है।

इस ऑपरेशन की देखरेख करने वाले यूएस सेंट्रल कमांड (US Central Command) के प्रवक्ता से जब इस मामले पर टिप्पणी मांगी गयी तो वो फौरी तौर किसी तरह का ज़वाब देने से बचते दिखे। बता दे कि हामिद करजई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर एक आत्मघाती हमलावर के हमले के कुछ ही दिनों बाद ड्रोन हमला किया गया था, जिसमें 13 अमेरिकी सेवा सदस्य और कम से कम 170 अफगान मारे गये थे, जबकि गठबंधन सैन्य ने लोगों को निकालने में व्यस्त थी।

अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने इस स्ट्राइक को मंजूरी दी। फिलहाल अमेरिकी प्रशासन ने उनकी पहचान को पूरी तरह छिपाया हुआ है। हमले से पहले अमेरिकी जंगी सिपहसालारों (American Warlords) को लगा कि इस्लामिक स्टेट-खोरासन (Islamic State-Khorasan) के ऑपरेटिव अमेरिकी सेना को निशाना बनाने वाले है, ये आंतकी संगठन अफगानिस्तान और पाकिस्तान में आतंकवादी समूह की शाखा है। लेकिन जैसा कि बाद में सबूतों से पता चला कि वे संदिग्ध विस्फोटक जो सफेद टोयोटा कोरोला के अंदर थे, सहायता कर्मी के परिवार के लिये पानी के टैंक साबित हुए।

इस मामले पर पहले शीर्ष अमेरिकी सैन्य ने इस कार्रवाई को वाज़िब करार दिया, लेकिन जैसे-जैसे मामले की पर्तें खुली तो भारी गलती का खुलासा हुआ। जिसके बाद पेंटागन ने पीड़ितों के परिवार को मुआवज़ा देने की बात कहीं। फिलहाल हमले में पीड़ित परिवारों को मुआवज़े की रकम जारी नहीं की गयी है।

हालांकि पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी (Pentagon spokesman John Kirby) ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान मीडिया से कहा कि "हम इसे जल्द से जल्द कारगर तरीके से करना चाहते हैं, अधिकारी ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि पैसे का भुगतान सबसे सुरक्षित और जिम्मेदार तरीके से किया जाये ताकि हम जान सकें कि ये सही लोगों और सिर्फ सही लोगों तक पहुंच रहा है।" किर्बी ने ये भी कहा कि- पेंटागन अभी भी "पहचान की जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहा है कि हमें पीड़ित परिवार के सदस्यों को जितनी जल्दी हो सके अफगानिस्तान से बाहर निकालने की जरूरत है।"

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