NCP Tussle: राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हिस्सा लेने दिल्ली पहुँचे शरद पवार

न्यूज डेस्क (श्री हर्षिणी सिंधू): NCP Tussle: महाराष्ट्र राजनीतिक संकट के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता शरद पवार आज (6 जुलाई 2023) दिल्ली पहुँच गये जहां उन्होंने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। इस बीच दिल्ली (Delhi) में एनसीपी प्रमुख शरद पवार के घर के बाहर “सच्चाई और झूठ की लड़ाई में पूरा देश शरद पवार के साथ है” और “भारत का इतिहास ऐसा है कि इसने विश्वासघात करने वालों को कभी माफ नहीं किया है” जैसे पोस्टर लगे देखे गये।

हालांकि बाद में इसे नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC- New Delhi Municipal Council) ने हटा दिया। एनसीपी में पार्टी की उथल-पुथल देखने के साथ ही बीते बुधवार को पवार परिवार का झगड़ा मंच पर भी दिखाई दिया, शरद पवार और उनके भतीजे की अगुवाई वाले एनसीपी को दोनों गुटों ने अपनी अपनी समानांतर बैठकें की। जो कि क्रमश: दक्षिण मुंबई में यशवंतराव चव्हाण सेंटर (Yashwantrao Chavan Center) और उपनगरीय बांद्रा में भुजबल नॉलेज सिटी में हुई।

सूत्रों से पता चला है कि चुनाव आयोग को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Maharashtra Deputy Chief Minister Ajit Pawar) की ओर से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और पार्टी के चुनाव चिन्ह पर दावा करने वाली एक याचिका मिली है। चुनाव आयोग को शरद पवार गुट के नेता जयंत पाटिल (Jayant Patil) से भी एक चेतावनी मिली है, उन्होंने पैनल को ये भी बताया कि उन्होंने रविवार (2 जुलाई 2023) को राज्य में एकनाथ शिंदे-भाजपा सरकार में शामिल हुए नौ विधायकों के खिलाफ अयोग्यता प्रक्रिया शुरू कर दी है।

बीते रविवार को एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार के राज्य के उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद से ही महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गयी है। अजित पवार 8 अन्य विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली महाराष्ट्र सरकार (Government of Maharashtra) में शामिल हो गये और उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पर अपना खुला दावा किया पेश किया था।

बीते बुधवार (5 जुलाई 2023) को अजीत पवार ने अपने चाचा शरद पवार (Sharad Pawar) पर उनकी उम्र को लेकर सीधे तंज कसा, जिससे एनसीपी सुप्रीमो की पार्टी के सदस्य और वफादार खासा नाराज हो गये और सियासी प्रतिक्रियाओं का सिलसिला शुरू हो गया।

अजित पवार ने शरद पवार से एनसीपी अध्यक्ष पद छोड़ने और नई पीढ़ी को मौका देने का आग्रह करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता भी 75 साल की उम्र में रिटायर हो जाते हैं।

जूनियर पवार ने साल 2014 में ज्यादातर विधायकों का समर्थन होने के बावजूद एनसीपी के महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री बनने का मौका गंवाने के लिये 82 वर्षीय शरद पवार को जिम्मेदार ठहराया है। इसी बात को रखते हुए उन्होनें कहा कि- “आपने मुझे सबके सामने खलनायक के तौर पर पेश किया। मेरे मन में अब भी उनके (शरद पवार) लिये गहरा सम्मान है…लेकिन आप मुझे बताये, आईएएस अधिकारी 60 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होते हैं…यहां तक कि राजनीति में भी – भाजपा नेता 75 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होते हैं। आप लालकृष्ण और मुरली मनोहर जोशी (LK Advani and Murli Manohar Joshi) का उदाहरण देख सकते हैं… इससे नई पीढ़ी को आगे बढ़ने का मौका मिलता है…”

उपमुख्यमंत्री ने बांद्रा में पार्टी विधायकों और अन्य कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि- “आप (शरद पवार) हमें अपना आशीर्वाद दें…वो वाईबी चव्हाण मेमोरियल गये… मैं भी वहां गया हूं… लेकिन आप 83 साल के हैं, क्या आप रुकने वाले नहीं हैं?… हमें अपना आशीर्वाद दें और हम प्रार्थना करेंगे कि आप लंबी उम्र जिये।”

इस घटनाक्रम के बाद में एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए डिप्टी सीएम से कहा कि वो उनके पिता का अपमान न करें। सुले ने बुधवार को मुंबई में कहा कि, “हमारा अपमान करें, लेकिन हमारे पिता (शरद पवार) का नहीं। ये लड़ाई भारतीय जनता पार्टी सरकार के खिलाफ है। बीजेपी देश की सबसे भ्रष्ट पार्टी है।”

सुले ने आगे कहा, “मैंने 2019 का चुनाव देखा, ये 84 वर्षीय व्यक्ति लड़ा और जीता, उम्र सिर्फ एक संख्या है।” इस बीच एनसीपी नेता अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) और शरद पवार के वफादार भी बचाव के लिये आये और उन्होंने अपने पार्टी प्रमुख को शेर कहा और साथ ही कहा कि, “82 साल का शेर अभी भी जिंदा है।”

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