एजेंसिया (गौरांग यदुवंशी): इंसानी वजूद के लिए एलियंस (Aliens) की गुत्थी हमेशा से ही बड़ा मसला रहा है। इसकी जांच पड़ताल के लिए कई तरह के स्पेस अभियान, प्रोब और उपग्रह काफी बारीकी से काम करते रहे है। धूमकेतु के नमूने, आकाशगंगाओं की संरचना, ग्रहों का गति और खगोलीय परिघटनाओं (Astronomical phenomena) का विश्लेषण में कहीं ना कहीं दूसरी दुनिया का जीवन तलाशने की कवायद शामिल रहती है। हाल ही में इजराइल का स्पेस सिक्योरिटी प्रोग्राम चलाने वाले हैम एशेद ने इस मसले पर सनसनीखेज खुलासा किया है।
हैम एशेद के मुताबिक एलियंस का वजूद है। उनका गेलेक्टिक फेडरेशन (Galactic federation) नामक संगठन सक्रियता से काम कर रहा है। अमेरिकी सरकार और एलियंस के बीच एक बेहद गुप्त समझौता हुआ है। जिसके तहत दोनों पक्ष के लोग संयुक्त रूप से शोध कार्यों को अन्ज़ाम दे रहे है। इसी कॉन्ट्रैक्ट के अन्तर्गत मंगल ग्रह की सतह के नीचे रिसर्च और दूसरे कामों में लगे हुए है। हैम एशेद ने ये खुलासा इजरायली अखबार येदिओत अहरोनोत (Israeli newspaper Yediot Aharonot) के साथ खास बातचीत के दौरान किया। उन्होनें दिलचस्प बात ये भी कही कि, वो ये खुलासा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और एलियंस की मौजूदगी में करना चाहते थे, लेकिन गेलेक्टिक फेडरेशन के लोगों ने उन्हें ऐसा करने से रोका।
उन्होनें बातचीत के दौरान ये कहा कि, इंसानी समझ अभी इतनी विकसित नहीं है कि, वो ये सब कबूल कर सके। वो ये खुलासा बहुत पहले करना चाहते थे। कहीं ना कहीं उन्हें ये डर था कि, इस खुलासे की वज़ह से उन्हें पागल, सनकी और झक्की ना समझ जाये। साथ ही उन्होनें कहा कि एलियंस इंसानों के बेहतरी चाहते, गेलेक्टिक फेडरेशन को इस बात का इंतज़ार है कि मानवीय क्षमतायें एक निर्धारित स्तर तक आ जाये ताकि इंसानों का दिमाग एलियंस की सोच, कामों और विजन को अच्छे से समझ सके। जिसकी प्रतीक्षा में अभी इन बातों को गुप्त रखा जा रहा है।
हैम इशेद ने तकरीबन 30 सालों तक इस्राइली स्पेस प्रोग्राम की कमान संभाली है। ऐसे में विकसित देश उनकी बातों को काफी गंभीरता से ले रहे है। हैम इशेद के मुताबिक एलियंस ने कई बार धरती को कई संकटों से बचाया। जिनमें परमाणु त्रासदी, उल्कापात और क्षुद्रग्रहों का हमला (Asteroids attack) रोकना काफी अहम रहा है। फिलहाल हैम इशेद का खुलासा रोमांचकारी और सनसनीखेज है। इससे मानवता में खलबली मचना तो तय माना जा रहा है। ब्रह्मांड में अनंत आकाशगंगायें है, जिनमें कई सौर प्रणालियां (Solar systems) ऐसे में किसी भी प्रकार के समानान्तर जीवन की संभावनाओं (Parallel life possibilities) से इंकार नहीं किया जा सकता है। भले ही जीवन किसी भी रूप में या किसी भी अन्य रूपान्तरण की प्रक्रिया में हो। फिलहाल जीव और जीवन का परिभाषा हमारे भौतिक-जैव नियमों के द्वारा निर्धारित होती है। ये आवश्यक नहीं कि धरती के भौतिक-जैव नियमों के आधार पर अन्य ग्रहों के जीवन का निर्धारण किया जाये। इंसानी समझ और नियमों के दायरे बेहद सीमित है। जिसके डर से हैम इशेद नये खुलासा 5 साल बाद किया।