#FakeNaxalBhabhi: हाथरस कांड में हुआ नकली भाभी का खुलासा

नई दिल्ली (दिगान्त बरूआ): ट्विटर पर हाथरस कांड को लेकर #FakeNaxalBhabhi काफी तेजी ट्रेंड कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक न्यूज़ चैनलों में जो महिला पीड़िता की भाभी बनकर बयान दे रही थी। वो कोई नक्सली महिला है। जिसका मकसद जातीय तनाव को बढ़ाकर सूबे की शांति व्यवस्था को भंग करना था। कथित नक्सली भाभी बीते कई दिनों से सक्रिय थी, जो कि अब तस्वीर से गायब चल रही है। जांच में सामने आया है परिवार को भड़काने से लेकर मीडिया में क्या बयान जारी करना है इन सभी मुद्दों की मास्टर माइंड (Master mind alleged suspect bhabhi) वहीं महिला थी। बताया जा रहा है कि वो जबलपुर से थी। बूलगढ़ी मामले में PFI और CFI की संलिप्तता के बाद ये सबसे बड़ा खुलासा यूपी पुलिस ने किया है।

उत्तर प्रदेश पुलिस कयास लगा रही है कि महिला बूलगढ़ी के बहाने जातीय तनाव बढ़ाकर पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश को दंगों की आग में झोंकना चाहती थी। फिलहाल पुलिस सरगर्मी से महिला की तलाश कर रही है। जांच में ये भी सामने आया है कि कथित संदिग्ध भाभी की भूमिका में डॉ. राजकुमारी नाम की महिला थी। डॉ. राजकुमारी ने दलित होने का हवाला देकर पीड़िता परिवार की आत्मीयता और विश्वास हासिल कर लिया था। संदिग्ध भाभी खुद को जबलपुर मेडिकल कॉलेज (Jabalpur Medical College) का प्रोफेसर बताती थी। कई दिनों से वो बूलगढ़ी में परिवार के साथ रह रही थी। जैसे ही उसे लगा कि पुलिसिया जांच की सुई उसकी तरफ घूम रही है तो वो गांव से गायब हो गयी।

पुलिस का मानना है कि भाभी बनकर उसी महिला ने फेसमास्क और घूंघट की आड़ में सरकार विरोधी, आपत्तिजनक, तनावपूर्ण और उत्तेजक बयान दिये। साथ ही उसने स्थानीय लोगों को बरगलाकर गांव का माहौल बिगाड़ने की भी कोशिश की। एसआईटी को जांच में ये भी सूबत मिले है कि बूलगढ़ी में घटना होने के दो दिन के भीतर उक्त महिला एकाएक सक्रिय हो गयी। संदिग्ध भाभी के कॉल डिटेल्स भी खंगाले गये है। हाल ही में लोकल इंटेलीजेंस यूनिट (Local intelligence unit) ने मामले में कई अहम खुलासे किये जिसमें विदेशी फडिंग के साथ भीम ऑर्मी की भी भूमिका को संदिग्ध माना गया।

फिलहाल यूपी पुलिस मामले में PFI, CFI, भीम ऑर्मी, फॉरेन फंडिंग (Foreign funding) और कथित फरार चल रही नक्सली भाभी के तार जोड़ने में लगी हुई है। जांच को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए यूपी ने कई खास टीमों के लगा रखा है। इसके साथ ही एसआईटी और एलआईयू भी काफी सर्तकता से काम कर रहे है।

Leave a comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More