Covid-19: गोलगप्पे से घबराया प्रशासन, अधिकारियों ने किया बैन

नई दिल्ली (निकुंजा राव): लॉकडाउन के दौरान लोग लंबे समय तक घरों में कैद रहे। इस बीच सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) की बंदिशों के साथ खानपान पर भी लोगों को काफी संयम बरतना पड़ा। भारतीय लोग अपने चटोरे पन के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में लॉकडाउन खुलते ही बहुत से लोगों ने अपनी मनपसंद चीज खाने के लिए बाजार का रुख़ किया। जिसके कारण कई जगह लॉकडाउन गाइडलाइंस (Lockdown Guidelines) का जमकर उल्लंघन हुआ।

कुछ ऐसा ही वाकया कानपुर (Kanpur) में देखने को मिला। जहां स्थानीय प्रशासन (Local administration) ने संक्रमण के केसों में बढ़ोतरी के लिए गोलगप्पे को सीधे तौर पर कारण माना। आनन-फानन में तुरंत अधिकारियों ने पूरे शहर में गोलगप्पे को बैन कर दिया। कानपुर जिला मजिस्ट्रेट डॉक्टर ब्रह्मदेव तिवारी (District Magistrate Dr. Brahmadev Tiwari) के मुताबिक- सड़क किनारे बिकने वाले गोलगप्पे खाने के चक्कर में अक्सर लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे। स्ट्रीट फूड (Street food) खाने को लेकर लोग कोरोना का डर भूले जा रहे हैं। ऐसे में पुलिस और प्रशासन को गोलगप्पे की बिक्री रोकने के लिए विशेष निर्देश (Special instructions) जारी किए गए हैं। गोलगप्पा बनाने से लेकर उसे परोसने तक कई बार खुले हाथों का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे इंफेक्शन का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है। जिले में जो भी दुकानें खोली जा रही हैं, उसके दुकानदारों को ये सुनिश्चित करना होगा कि, ग्राहकों की भीड़ इकट्ठा ना होने पाए।

इस खबर से कानपुर के गोलगप्पा प्रेमियों को गहरा धक्का लग सकता है। स्थानीय जिला प्रशासन आवश्यक वस्तुओं का रोस्टर (Roster) बनाकर संबंधित दुकानें खोल रहा है। ऐसे में गोलगप्पा आवश्यक वस्तुओं (Essential items) की सूची में कहीं भी स्थान नहीं रखता। एक दिलचस्प बात यह भी है कि, पूरे लॉकडाउन के दौरान गूगल और यूट्यूब (Google and youtube) पर सबसे ज्यादा गोलगप्पे बनाने की विधि सर्च की गई।

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