चीन ने जम्मू-कश्मीर को बताया विवादित इलाका, कहा G20 बैठक का करेगें विरोध

न्यूज डेस्क (मृत्युजंय झा): चीन ने हाल ही में कहा कि वो अगले हफ्ते से जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में होने वाली G20 पर्यटन कार्य समूह की बैठक में शामिल नहीं होगा, इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखते हुए बीजिंग ने कहा कि- जम्मू-कश्मीर ‘विवादित इलाका’ है, ऐसे में वहां बैठकें आयोजित किये जाने का हम विरोध करते है। बता दे कि चीन लंबे समय से पाकिस्तान का करीबी सहयोगी है।

गौरतलब है कि भारत 22 मई से 24 मई तक जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर (Srinagar) में तीसरी जी20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक की मेजबानी करेगा। इसी मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह (Union Minister Jitendra Singh) ने बीते बुधवार (17 मई 2022) को कहा कि श्रीनगर में जी20 की बैठक जम्मू-कश्मीर के लिये अपनी असल क्षमता दिखाने का एक ‘बड़ा मौका’ है।

सिंह ने आगे कहा कि श्रीनगर में इस तरह के अंतर्राष्ट्रीय आयोजन से देश और दुनिया भर में सकारात्मक संदेश जायेगा। मामले पर मीडिया ब्रीफिंग के दौरान चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन (Chinese Foreign Ministry spokesman Wang Wenbin) ने एक सवाल के जवाब में कहा कि, “चीन विवादित इलाके में किसी भी तरह की जी20 बैठक आयोजित करने का दृढ़ता से विरोध करता है। हम ऐसी बैठकों में शामिल नहीं होंगे।”

इस्लामाबाद और बीजिंग पहले भी कई बार केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के लिये अपनी आपत्तियां जता चुके है। भारत कई बार जम्मू-कश्मीर पर बीजिंग और इस्लामाबाद (Beijing and Islamabad) के बयानों को खारिज कर चुका है।

इस तरह के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा था कि-“हमने इस तरह के बयानों को लगातार खारिज किया है और संबंधित सभी पक्ष इन मामलों पर हमारी स्पष्ट स्थिति से अच्छी तरह वाकिफ हैं। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख (Ladakh) भारत के अभिन्न और अविभाज्य हिस्से हैं और हमेशा रहेंगे। दूसरे देशों को हमारी अखंड अक्षुण्णता पर बेबुनियादी बयान देने से बचना चाहिये।”

भारत और चीन तीन साल से पूर्वी लद्दाख में सीमा गतिरोध के चलते एक दूसरे के आमने सामने है। जून 2020 में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी (Galvan Valley) में हुई झड़प के बाद दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में गंभीर तनाव में आ गये थे। नई दिल्ली ने अक्सर कई बार कहा है कि जब तक सीमाई इलाकों में शांति नहीं होगी तब तक द्विपक्षीय संबंध सामान्य नहीं हो सकते हैं।

Leave a comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More