नई दिल्ली (नित्यानंद झा): बीते 1 जून को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सीबीएसई कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा 2021 (CBSE Class 12th Board Exam) को रद्द करने की घोषणा के बाद देश भर में लाखों सीबीएसई कक्षा 12 के छात्रों को अब एक्जाम रिजल्ट को लेकर बड़ी चिंता सता रही है। बहुत से छात्र नंबर एसेसमेंट प्रोसिज़र को लेकर पशोपेश में है। अभी तक सीबीएसई द्वारा एक्ज़ाम रिजल्ट की तारीखों को लेकर कोई ऐलान नहीं किया गया है।
इस मुद्दे पर बोर्ड ने दावा किया कि इस कवायद का आखिरी रूप देने में अभी कुछ और वक़्त लग सकता है, क्योंकि अभी मानदंड तय नहीं किये गये हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी (CBSE Secretary Anurag Tripathi) ने कहा कि, कोरोना महामारी के हालातों ने भारत समेत दुनिया के कई हिस्सों में शिक्षा प्रणाली को बुरी तरह प्रभावित किया है। हमें उम्मीद है कि हालात जल्द ही सामान्य हो जायेगें और छात्र मौजूदा ऑनलाइन कक्षाओं से छुटकारा पा सकेंगे।
सीबीएसई कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा 2021 के नतीज़ों की घोषणा की तारीख के बारे में उन्होनें कहा कि, मानदंड अभी तय नहीं किये गये हैं। इसमें दो हफ़्तों का वक़्त लगेगा। एक बार मानदंड तय हो जाने के बाद सीबीएसई बोर्ड के तहत सभी स्कूलों से डेटा इकट्ठा किया जाएगा, फिर मूल्यांकन डेटा अपलोड किया जायेगा। इसमें लंबा समय लगेगा। अभी तक एक निश्चित तारीख देना मुमकिन नहीं है, लेकिन मान लें कि मानदंड को बनाने और निर्धारित करने में कम से कम दो हफ़्ते लगेगें।
CBSE Class 12th Board Exam Result के लिये बनी 12 सदस्यों वाली विशेष कमेटी
सीबीएसई कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा 2021 के परिणाम को अंतिम रूप देने के लिए सीबीएसई द्वारा विचार किये जा रहे मापदंडों के बारे में सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि, सीबीएसई ने परिणामों के मानदंड पर फैसला लेने के लिए 12 सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति में संयुक्त सचिव शिक्षा विपिन कुमार, केंद्रीय और नवोदय विद्यालयों के आयुक्त, और सीबीएसई और यूजीसी के प्रतिनिधि शामिल हैं। समिति को 10 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है।
सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी ने आगे कहा कि, 12 वीं कक्षा के वे छात्र जो मूल्यांकन मानदंडों से संतुष्ट नहीं होंगे, वे सभी हालात सामान्य होने पर आयोजित होने वाली बोर्ड परीक्षा में बैठ सकते है। ऐसे बच्चों को निश्चित रूप से मौका दिया जाएगा। मार्क्स और एसेसमेंट प्रोसिज़र (Marks and Assessment Procedure) से नाखुश छात्र अपने मार्क्स बढ़ाने के लिये इम्प्रूवमेंट टेस्ट दे सकते हैं। ऐसी स्थिति में जो भी अंक आयेगें उन्हें ही आखिरी नतीज़ा माना जायेगा।