मिर्जापुर और सोनभद्र को मिली बड़ी सौगातें, PM Modi ने Video Conferencing कर किया उद्घाटन

नई दिल्ली (शौर्य यादव): आज पीएम मोदी (PM Modi) ने पूर्वांचल के दो जिलों मिर्जापुर और सोनभद्र (Mirzapur and Sonbhadra) के लिए तैयार कई बड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं को केन्द्र सरकार की ‘जल जीवन मिशन’ के तहत शुरू किया जायेगा। इस क्रम में मिर्जापुर के नौ और सोनभद्र में 23 ग्रामीण पाइप पेयजल परियोजनाओं (Rural Drinking Water Supply Project) को शुरू किया जायेगा। जिससे कि इन इलाकों में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। इस कार्यक्रम का मुख्य स्थल ग्राम पंचायत करमांव, चतरा विकास खंड जनपद सोनभद्र रखा गया था। प्रधानमंत्री कार्यालय सूत्रों के मुताबिक इन परियोजनाओं से 2995 गांवों के 42 लाख लोगों को सीधा फायदा पहुँचेगा। जिसके लिए 5,555 करोड़ रूपये के वित्तीय प्रावधान सुनिश्चित किये गये है।

इसके तहत 9 समूह पाइप पेयजल योजना मिर्जापुर के लिए और 14 समूह पाइप पेयजल योजना सोनभद्र के लिए प्रारम्भ की जायेगी। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने शिरकत की। इसके साथ ही केन्द्रीय मंत्रिमंडल से गजेन्द्र सिंह शेखावत और हरदीप सिंह पुरी ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवायी। उत्तर प्रदेश कैबिनेट से जल शक्ति एवं ग्रामीण जलापूर्ति मंत्री डॉ महेन्द्र सिंह और ऊर्जा मंत्री रमा शंकर सिंह पटेल भी उद्धाटन समारोह में शामिल हुए।

उद्धाटन समारोह के दौरान पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें

  • जीवन की बड़ी समस्या जब हल होने लगती है तो अलग ही विश्वास झलकने लगता है। ये विश्वास, उत्साह आपमें मैं देख पा रहा था। पानी के प्रति आपमें संवेदनशीलता कितनी है, ये भी दिख रहा है। सरकार आपकी समस्याओं को समझकर उनका समाधान कर रही है।
  • विंध्य पर्वत का ये विस्तार पुरातन काल से ही विश्वास, पवित्रता, आस्था का एक बहुत बड़ा केंद्र रहा है। रहीमदास जी ने भी कहा- “जा पर विपदा परत है, सो आवत एहिं देस” आजादी के दशकों बाद तक ये क्षेत्र उपेक्षा का शिकार रहा है। ये पूरा क्षेत्र संसाधनों के बाद भी अभाव का क्षेत्र बन गया। इतनी अधिक नदियां होने के बाद भी इस क्षेत्र की पहचान सबसे ज्यादा प्यासे, सूखा प्रभावित क्षेत्र की रही।
  • आने वाले समय में जब यहां के 3 हजार गांवों तक पाइप से पानी पहुंचेगा तो 40 लाख से भी ज्यादा साथियों का जीवन बदल जाएगा। इससे यूपी के, देश के हर घर तक जल पहुंचाने के संकल्प को भी ताकत मिलेगी।
  • आज जिस प्रकार उत्तर प्रदेश में जिस प्रकार से एक के बाद एक योजनाएं लागू हो रही हैं, उससे उत्तर प्रदेश की, यहां की सरकार की और यहां के सरकारी कर्मचारियों की छवि पूरी तरह बदल रही है।
  • हर घर जल पहुंचाने के अभियान को अब एक साल से भी ज्यादा समय हो गया है। इस दौरान देश में 2 करोड़ 60 लाख से ज्यादा परिवारों को उनके घरों में नल से शुद्ध पीने का पानी पहुंचाने का इंतजाम किया गया है। इसमें लाखों परिवार उत्तर प्रदेश के भी हैं।

  • जल जीवन मिशन के तहत घर-घर पाइप से पानी पहुंचने की वजह से हमारी माताओं-बहनों का जीवन आसान हो रहा है। इसका एक बड़ा लाभ गरीब परिवारों के स्वास्थ्य को भी हुआ है। इससे गंदे पानी से होने वाली अनेक बीमारियों में भी कमी आ रही है।
  • सरकार एक साथी की तरह, एक सहायक की तरह आपके साथ है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों के जो पक्के बन रहे हैं, उसमें भी ये ही सोच प्रदर्शित हो रही है। किस क्षेत्र में कैसा घर होगा, पहले की तरह अब ये दिल्ली में तय नहीं होती।
  • जब अपने गांव के विकास के लिए, खुद फैसले लेने की स्वतंत्रता मिलती है, उन फैसलों पर काम होता है, तो उससे गांव के हर व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है। आत्मनिर्भर गांव, आत्मनिर्भर भारत के अभियान को बल मिलता है।
  • जब विंध्यांचल के हजारों गांवों में पाइप से पानी पहुंचेगा, तो इससे भी इस क्षेत्र के मासूम बच्चों का स्वास्थ्य सुधरेगा, उनका शारीरिक और मानसिक विकास और बेहतर होगा।
  • जब विंध्यांचल के हजारों गांवों में पाइप से पानी पहुंचेगा, तो इससे भी इस क्षेत्र के मासूम बच्चों का स्वास्थ्य सुधरेगा, उनका शारीरिक और मानसिक विकास और बेहतर होगा।
  • देश के बाकी गांवों की तरह इस क्षेत्र में भी बिजली की बहुत बड़ी समस्या थी। आज ये क्षेत्र सौर ऊर्जा के क्षेत्र में दुनिया में अग्रणी बनता जा रहा है। भारत का अहम केंद्र है। मिर्जापुर का सौर ऊर्जा प्लांट यहां विकास का नया अध्याय लिख रहा है।
  • आज सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास ये मंत्र देश के हर हिस्से में देश के हर नागरिक के विश्वास का मंत्र बन गया है। आज देश के हर जन, हर क्षेत्र को लग रहा है कि उस तक सरकार पहुंच रही है और वो भी देश के विकास में भागीदार है।
  • आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत वन उपज आधारित उद्योग आदिवासी क्षेत्रों में लगें, उसके लिए भी जरूरी सुविधाएं तैयार की जा रही हैं। आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए पैसों की कमी न हो, इसके लिए डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड बनाया गया है।
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