Shanidev: इन आदतों को सुधारकर बचें शनिदेव की साढेसाती और ढैय्या से

शनिदेव (Shanidev) न्याय के देवता हैं। स्पष्टता और न्यायप्रियता उनके मूल स्वभाव में है। गुणों और अवगुणों का मूल्यांकन कर वो जातक को दंडित और पुरस्कृत करते है। न्यायधीश होने के कारण उन्हें जातकों को कई बार निर्ममता से दड़ित करना पड़ता है, इसीलिये लोग उनसे डरते है लेकिन ऐसा नहीं है कि वो हमेशा रूष्ट, क्रोध और निर्मम हो। शिवभक्तों, कृष्ण भक्त और बजरंग भक्तों पर शनि का प्रकोप बेहद कम ही रहता है। अगर साढेसाती और ढैय्या का योग (Yog of Sadesati and Dhaiya) भी हो तो भी जातक ज़्यादा नुकसान नहीं होता है।

इसी क्रम में हम आपको कुछ आदतें बताने जा रहे है। जिनमें सुधार करके शनि का प्रकोप कम किया जा सकता है। इन सुधारों का अनुसरण करने वाले जातकों पर शनि देव की कृपा दृष्टि सदैव बनी रहती है। हर संकट में वो साथी बनकर राह दिखाते है। आइये जाने वो आदतें कौन सी हैं।

नाखून काटते रहें

जो लोग नियमित रूप अपने नाखून काटते हैं और उन्हें साफ रखते हैं, शनि ऐसा करने वालों का हमेशा ख्याल रखते हैं। इसलिए अचानक अगर आप अपने नाखून काटने में आलस करने लगें या आपके नाखून गंदे रहने लगे तो समझें कि आपको शनि दशा सुधारने के लिये उपाय करने चाहिए। नाखून काटने की आदत को कभी ना बदलें।

दान करते रहें

अगर आपका दिल गरीबों, जरूरतमंदों को देखकर पसीज जाता है और हर तीज-त्यौहार पर गरीब जरूरतमंद की आप मदद करते हैं तो समझें शनिदेव की आप पर विशेष कृपा है। अगर आप गरीबों को काले चने, काले तिल, उड़द दाल और कपड़े सच्चे मन से दान करते हैं तो आश्वस्त रहिये कि शनिदेव आपका हमेशा कल्याण ही करेंगे।

छाते की भेंट देगी शनिदेव की छत्र-छाया

धूप और बारिश से बचने के लिए छाते दान करने वालों पर शनिदेव की छत्र-छाया हमेशा बनी रहती है। अगर अब तक ये आदत नहीं थी तो इसे तुरंत अपनी अच्छी आदतों में शामिल कर लीजिये। आखिर शनिदेव की छत्र-छाया किसे नहीं चाहिए?

कुत्तों की सेवा

कुत्तों की सेवा करने वालों से भगवान शनि हमेशा प्रसन्न होते हैं। कुत्तों को खाना देने वालों और उनको कभी ना सताने वालों के शनिदेव सभी कष्ट दूर करते हैं। इसलिए अगर आप भी कुत्तों को प्यार करते हैं तो जीवन में शनि कोप से सदा बचे रहेंगे।

नेत्रहीन को राह दिखायें

किसी भी नेत्रहीन व्यक्ति को राह दिखाना, उनकी मदद करना शनि को खुश करने में सहायक सिद्ध होता है। जो लोग भी नेत्रहीन लोगों की अनदेखी नहीं करते उनकी नि:स्वार्थ (Selfless Help) मदद करते हैं, शनिदेव उनसे हमेशा प्रसन्न रहते हैं और उनकी सफलता-उन्नति का मार्ग प्रशस्त करते हैं।

शनिवार का उपवास

शनिवार का उपवास रखकर अपने हिस्से का भोजन गरीबों को देने की आदत है तो समझें शनि की कृपा से अन्न के भंडार आपके लिये हमेशा खुले रहेंगे। ऐसे व्यक्ति अगर जीवन भर इस नियम का पालन करते हैं तो उन्हें कभी धन-संपदा की कमी नहीं होगी।

मछलियों को आहार

जो लोग मछली नहीं खाते बल्कि मछलियों को खाना खिलाते हैं उनसे शनि हमेशा प्रसन्न रहते हैं। इसलिए अगर आपको भी मछलियों को दाना खिलाने की आदत है तो खुशकिस्मत हैं आप, अपनी इस आदत को छूटने ना दें।

हर दिन स्नान, साफ स्वच्छ रहने की आदत

प्रतिदिन स्नान कर खुद को साफ रखने वालों पर शनि की कृपा होती है। पवित्र रहने वालों की शनि हमेशा मदद करते हैं।

सफाई-कर्मियों की मदद

जो सफाई कर्मियों का सम्मान करते हैं और उनकी आर्थिक मदद भी करते हैं, शनिदेव उनका साथ कभी नहीं छोड़ते। ये आदत कभी न बदलें भाग्यशाली बनने की राह यहीं आदत खोलेगी। शनिदेव इस आदत से अत्यंत प्रसन्न रहते हैं।

साथी हाथ बढ़ाना

जो लोग जरूरतमंद, परेशान और मेहनतकश लोगों की यथासंभव मदद करते हैं वे शनिदेव को बेहद पसंद होते हैं। शनिदेव उनके सारे कष्ट हर लेते हैं। इसलिए मदद करने की अपनी आदत को सदा बने रहने दें।

सम्मान करने की आदत

वृद्ध माता-पिता तथा स्त्रियों को मां समान मानकर उनका सम्मान करने वालों की शनिदेव हमेशा सहायता करते हैं।

पौधारोपण, और पीपल-बरगद का पूजन

पौधारोपण और पेड़ों का पूजन शनि भगवान को खुश करने के लिए बहुत जरूरी है। जो लोग पीपल और बरगद की पूजा करते हैं उनपर शनि अपनी कृपा अक्षुण्ण बनाये रखते हैं।

शिव की पूजा

भगवान शिव की पूजा शनि को प्रसन्न करती है। रोज शिवलिंग पर जल चढ़ाने और पूजा अर्चना करने वालों का शनि सदैव ध्यान रखते हैं।

पितरों का श्राद्ध

जो लोग अपने पितरों का श्राद्ध (Funeral Of Ancestors) करते हैं उनसे प्रसन्न होकर शनिदेव उनके कष्ट दूर करते हैं। इसलिए ये आदत हमेश बरकरार रखें।

ईमानदारी से आजीविका

ऐसे लोग जो बिना किसी को नुकसान पहुंचाये, सही और धर्म की राह पर चलकर धन अर्जित करते हैं उन्हें शनि अपार लक्ष्मी का वर देते हैं। जो लोग ब्याजखोरी करते हैं, उनसे शनि रुष्ट हो जाते हैं। ब्याजखोरी से बचने वालों की शनि हमेशा सहायता करते हैं।

हनुमान आराधना

जिनके इष्ट भगवान हनुमान होते हैं या जो हनुमान को इष्ट देवता बनाता है शनिदेव उसके रक्षक बनकर सदैव उनकी रक्षा करते हैं।

कान्हा के दोस्त हैं शनि

जो श्रीकृष्ण को अपना इष्ट भगवान मानते हैं शनि उनके दोस्त बन जाते हैं और कभी उनपर कोई विपत्ति नहीं आने देते।

दिव्यांगों की मदद

दिव्यांगों की सहायता करना शनिदेव को प्रसन्न करता है। ऐसे लोगों का शनि सदैव कल्याण करते हैं। शनि स्वयं एक पैर से शनै: शनै: चलते हैं। अत: यथासंभव दिव्यांगों की मदद की आदत डालें।

शराब से दूरी

शराब का सेवन शनिदेव को नाराज करता है। जो लोग मदिरापान से दूर रहते हैं शनिदेव की कृपा उनपर बनी रहती है।

शाकाहार की आदत

जो लोग शाकाहार का सेवन करते हैं और मांस, मछली, मीट से दूर रहते हैं उनसे शनिदेव प्रसन्न होकर उनके परिवार समेत उनका भला करते हैं।

सातमुखी रुद्राक्ष

सातमुखी रुद्राक्ष (Seven Mukhi Rudraksha) धारण करने वालों के शनिदेव भाग्य खोल देते हैं। इसलिए जिन्हें रुद्राक्ष पसंद हो या रुद्राक्ष पहनने की आदत हो, वे शनिदेव से शुभ फल पाते हैं।

कुष्ठ रोगियों की मदद

कुष्ठ रोगियों (Leprosy Patients) की सेवा करना पुण्य का काम माना गया है। शनि भी ऐसे लोगों से प्रसन्न होते हैं जो कुष्ठ रोगियों की सेवा करते हैं। ऐसे लोगों को सारे कष्टों, परेशानियों से शनिदेव बचाते हैं।

साभार - पंड़ित मुकेश शर्मा

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