सूरज की ओर के बढ़े Aditya-L1 के कदम, देश की पहली सोलर स्पेस ऑर्ब्जवेट्री की कामयाब रही लॉन्चिंग

टेक डेस्क (यामिनी गजपति): भारत का पहला सौर मिशन आदित्य एल1 (Aditya-L1) आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा (Sriharikota) में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (Satish Dhawan Space Center) से सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया। अब भारत 125 दिनों में एलीट स्पेस क्लब में शामिल हो जायेगा। सोलह दिनों तक आदित्य एल1 अंतरिक्ष यान पृथ्वी की कक्षा में रहेगा। चार महीने की यात्रा के बाद अंतरिक्ष यान सूर्य के चारों ओर प्रभामंडल कक्षा (Halo Orbit) में L1 बिंदु पर पहुँच जायेगा।

रॉकेट PSLV-C57 ने भारत की पहली सोलर स्पेस ऑर्ब्जवेट्री आदित्य-एल वन लॉन्च की। सूर्य को करीब से जानने के लिये इसमें सात अलग-अलग किस्म के पेलोड तैनात किये गये है, जिनमें से चार पेलोड प्लाज्मा और मैग्नेटिक फील्ड (Magnetic Field) की इन-सीटू खासियतों को मापेंगे जबकि तीन पेलोड सूर्य के प्रकाश का निरीक्षण करेंगे।

पीएसएलवी रॉकेट (PSLV Rocket) का ऊपरी चरण और आदित्य एल1 उपग्रह अलग हो गये। इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ (S.Somnath) ने मिशन को कामयाब करार दिया।

लॉन्च व्हीकल ने सैटेलाइट को ठीक उसकी तयशुदा कक्षा में पहुँचा दिया है। इसरो का कहना है कि भारत की पहली सोलर स्पेस ऑर्ब्जवेट्री ने सूर्य-पृथ्वी एल1 प्वॉइंट की तरह अपना सफर शुरू कर दिया है।

पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आदित्य एल1 की कामयाबी के लिये आभार व्यक्त किया, साथ ही उन्होनें एक्स पर ट्विट कर लिखा कि- “चंद्रयान-3 की सफलता के बाद भारत ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा जारी रखी है। देश के पहले सौर मिशन आदित्य-एल1 की कामयाब लॉन्चिंग के लिये इसरो के हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई। बेहतर समझ विकसित करने के लिये हमारे अथक वैज्ञानिक प्रयास जारी रहेंगे।”

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