Nitish Kumar को करारा झटका, JDU के 15 जिला पंचायत सदस्यों ने थामा भाजपा का साथ

न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (BJP- Bharatiya Janata Party) के साथ अपना गठबंधन तोड़ दिया, जिससे बाद में भाजपा सूबे की सत्ता से बाहर हो गयी। अब दोनों दलों के बीच सियासी जंग तेज हो गयी है क्योंकि जद (यू) के कई सदस्यों ने अब पाला बदलने का फैसला किया है।

नीतीश कुमार और उनकी पार्टी को बड़ा झटका देते हुए दमन और दीव (Daman and Diu) के जदयू के 17 जिला पंचायत सदस्यों में से 15 और राज्य जदयू की पूरी इकाई बीते सोमवार (12 सितम्बर 2022) भाजपा में शामिल हो गयी। ये प्रकरण बिहार में सरकार बनाने के लिये जद (यू) के पुराने प्रतिद्वंद्वी राजद (RJD) के साथ हाथ मिलाने के तुरंत बाद सामने आया है।

भाजपा ने कड़े पलटवार के बाद नीतीश कुमार की पार्टी की आलोचना करते हुए ट्वीट में कहा कि जद (यू) के भाजपा छोड़ने के फैसले ने बिहार में फर्जी विकास को रफ्तार दी और ‘भ्रष्ट और वंशवादी पार्टी’ बाहुबली को चुना।

खासतौर से कुछ दिनों पहले अरूणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में जदयू का एक बड़ा विधायक भगवा पार्टी में शामिल हुआ और हाल ही में मणिपुर (Manipur) के 7 में से 5 विधायकों ने भाजपा को अपनाया। जनता दल (यूनाइटेड) के पांच विधायकों का बीते हफ़्ते भाजपा पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा (JP Nadda) की मौजूदगी में सत्तारूढ़ दल भाजपा में विलय हो गया।

हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने 60 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 32 सीटों का बहुमत हासिल किया, जिसके नतीज़े 10 मार्च को घोषित किये गये।

25 अगस्त 2022 को अरुणाचल प्रदेश से जदयू के एकमात्र विधायक राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अरूणाचल के सीएम पेमा खांडू (CM Pema Khandu) की उपस्थिति में भगवा पार्टी में शामिल हो गये। जदयू विधायक टेची कासो (JDU MLA Techi Kaso) के भाजपा में मिलाने के साथ ही भाजपा 60 विधानसभा सीटों (एमएलए) में से 49 पर खड़ी है।

नीतीश कुमार ने कुछ महीने पहले बीजेपी से मुंह मोड़ लिया था, जब उन्होंने बिहार में नयी सरकार बनाने का फैसला किया था, जहां आरजेडी ने जेडीयू के साथ गठबंधन करके भगवा पार्टी को सत्ता के गलियारे से बाहर निकाल दिया। बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री ने भाजपा पर राज्य में सत्ता को उनसे दूर करने और “महाराष्ट्र जैसे” हालात पैदा करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था, जिसकी वज़ह से उन्होंने गठबंधन तोड़ने का फैसला किया।

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