Rajnath Singh on Indo-China Standoff: समझौतों, प्रोटोकॉल्स और आपसी सहमतियां का बीजिंग ने किया उल्लंघन

नई दिल्ली (दिगान्त बरूआ): आज राज्यसभा में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भारत-चीन के बीच उपजे सैन्य तनाव (Rajnath Singh on Indo-China Standoff in Rajya Sabha) के मामले पर सदन को संबोधित किया। भारत की रक्षा तैयारियों पर उन्होने कहा-किसी को भी भारतीय सीमाओं की सुरक्षा को लेकर हमारे दृढ़ निश्चय के बारे में संदेह नहीं होना चाहिए। हम मानते है कि पड़ोसी देशों के साथ शांतिपूर्ण संबंधों के लिए सम्मान और आपसी संवेदनशीलता रखना बेहद जरूरी है। सदन इस बात से भलीभांति अवगत है कि पिछले कई दशकों में चीन ने बड़े पैमाने पर भारत से लगे सीमाई इलाकों में अपनी निर्माण गतिविधि बढ़ाई हुई है, जिससे चीनी सेना की तैनाती क्षमता काफी बढ़ी है। जिसके जवाब में केन्द्र सरकार ने भी चीनी लगे सीमाई इलाके में इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण (Border Infrastructure Construction) बढ़ा दिये है। जिसके लिए पहले के मुकाबले बजट को दुगुना कर दिया गया है।

चीनी सेना द्वारा कब़्जाये गये भारतीय इलाके की जानकारी देते हुए रक्षामंत्री ने कहा-बीजिंग लद्दाख में 38,000 स्क्वायर किलोमीटर भारतीय ज़मीन पर कब़्जा जमाये बैठा है। साल 1963 में हुए बाउंड्री एग्रीमेंट (Boundary Agreement) के नियमों का उल्लंघन करते हुए पाकिस्तान ने अवैध रूप से भारत के हिस्से की ज़मीन चीन को दे दी। दोनों ही मुल्क के बीच सीमा के कस्टमरी और ट्रेडिशनल अलाइनमेंट (Border Customary and Traditional Alignment) को चीन स्वीकारता नहीं है जबकि सीमा रेखा भौगोलिक सिद्धांतों के अनुरूप एकदम स्पष्ट है। दोनों ही देश कई सीमावर्ती इलाकों में एलएसी को लेकर अलग-अलग मान्यता रखते है जिसके कारण सैन्य टकराव के माहौल तैयार होते है।

चीनी नीति-नियन्ताओं को कड़ा संदेश देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा- समय की मांग को देखते हुए भारत बेहतर सैन्य कार्रवाई कर सकता है। मैं यहां बैठे सभासदों सहित देश की जनता को भरोसा दिलाना चाहता हूँ कि देश हित में कितना ही बड़ा और कड़ा कदम सरकार को उठाना पड़े, उससे हम पीछे नहीं हटेंगे। पहले भी कई बार चीन से लगे सीमावर्ती इलाकों में सैन्य तनाव के माहौल उपजे लेकिन इनका शांतिपूर्ण तरीके से समाधान खोज लिया गया। मौजूदा हालातों में तनाव की स्थिति पहले से काफी अलग है। चाहे वे सैन्य टुकड़ियों की तैनाती से जुड़ा बिन्दु हो या तनावपूर्ण इलाकों की तादाद। हम देश का सिर झुकने नहीं देंगे।

सदन में भारतीय सैनिकों की हौंसला अफजाई करते हुए डिफेंस मिनिस्टर ने कहाल- लद्दाख की बर्फीली ऊँचाइयों को देखते  हुए हमने जवानों के लिए खास गर्म कपड़े, थर्मल टेंट और दूसरी आवश्यक चीज़ों की व्यवस्था कर दी है। हमारे सैनिकों का मनोबल काफी ऊंचा है। लद्दाख में हम चुनौतीपूर्ण माहौल से गुजर रहे हैं लेकिन हमारे वीर सिपाही इन चुनौतियों पर खरा उतरेगें। इस सदन में दिये गये संदेश से हमारे उन सैनिकों में नयी ऊर्जा, उत्साह और मनोबल का संचार होगा जो कि चीनी सेना की आंखों में आंखे डाले सीमा पर डटे हुए है।

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