Twitter ने लिया President Trump से बड़ा पंगा

न्यूज़ डेस्क (शौर्य यादव): अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) आजकल कई मोर्चों में उलझे हुए हैं, जैसे दक्षिणी चीन सागर (South China Sea) में सामरिक का तनाव, हांगकांग में उभरती लोकतांत्रिक आवाजें, ताइवान पर चीनी दबाव, चीन में उइगर मुस्लिमों (Uygar Muslims) के मानवाधिकार‌ का मुद्दा और अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की घर वापसी। ऐसे वक्त में उन पर सबसे ज्यादा दबाव अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों (US presidential elections) को लेकर है। इतने ज्यादा तनाव के बीच माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट्स (Micro blogging websites) ट्विटर ने उन्हें बुरी तरह खीझा दिया है। जिसके चलते मामला इतना बढ़ गया कि, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विटर को ही बंद करने की धमकी दे डाली।

गौरतलब है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने चुनावों के मद्देनजर ट्विट किया था, ट्विट के मुताबिक- चुनाव में इस्तेमाल होने वाले मेल इन बैलेट (Mail in ballot) का गलत इस्तेमाल होता है। जालसाजी के लिए फर्जी तरीके से इनका प्रिंट निकालकर इन पर जाली हस्ताक्षर किए जाएंगे। इस कवायद के तहत कैलिफ़ोर्निया के गवर्नर (Governor of California) लाखों लोगों को मेल बैलेट पत्र भेज चुके हैं। इसके बाद टि्वटर की ओर से राष्ट्रपति ट्रंप के इस ट्वीट पर चेतावनी का लेबल (Warning label) लगा दिया गया। इस लेबल का मतलब होता है, भ्रामक, तथ्यहीन और असत्य जानकारी (Misleading, factless and untrue information) साझा करना। ट्विटर के इस कदम से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बुरी तरह बौखला गए। ट्विटर ने अपने आधिकारिक बयान (official statement) में कहा है कि- हाल ही में भ्रामक और झूठी खबरों को रोकने के लिए ट्विटर की ओर से ये तंत्र विकसित किया गया है।

मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा- टि्वटर अमेरिकी की लोकतांत्रिक परिवेश (Democratic environment) में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला घोट रही है। टि्वटर की ओर से राष्ट्रपति चुनावों में दखल शुरू हो चुका है। मेल इन बैलेट पेपर को लेकर जो मैंने दावे किए हैं, वो सीएनएन न्यूज और वॉशिंगटन पोस्ट (Washington post) के तथ्यों पर आधारित है। जिस तरह से बोलने की आजादी पर पाबंदियां लगाई जा रही है, बतौर राष्ट्रपति मैं ये सब नहीं होने दूंगा।

राष्ट्रपति के डोनाल्ड ट्रंप का चुनावी अभियान संभालने वाले ब्रॉड पारस्केल (Broad parscale) ने कहा- ट्विटर मीडिया के साथ साझेदारी करके फर्जी न्यूज़ और फैक्ट चेक (Fact check) करने के नाम पर झूठे और आधारहीन राजनीतिक समीकरणों (Political equations) को स्थापित करने की कोशिश कर रहा है। जिससे राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ जनमत (Public Opinion) तैयार किया जा सके।

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