टेक डेस्क (प्रियवंदा गोप): व्हाट्सएप की मंथली कॉम्पलायंस रिपोर्ट (Whatsapp Monthly Compliance Report) के मुताबिक बीते अगस्त महीने में भारत में 20 लाख से ज़्यादा व्हाट्सएप अकाउंट पर बैन लगा दिया गया था। सामने आयी रिपोर्टों के मुताबिरक अगस्त महीने के दौरान इंस्टेंट मैसेजिंग सर्विस (Instant Messaging Service) को व्हाट्सएप 421 शिकायतें मिलीं थी, जो कि ऑटोमेटेड या बल्क मैसेजिंग का गलत इस्तेमाल कर रहे थे। जिसके चलते करीब 20,70,000 व्हाट्सएप अकाउंट पर बैन लगा दिया गया।
गौरतलब है कि व्हाट्सएप ने ऑटोमेटेड मैसेजिंग (Automated Messaging) से जुड़े करीब 95% खातों पर प्रतिबंध लगा दिया है। अगस्त महीने की कॉम्पलयस रिपोर्ट बताती है कि व्हाट्सएप को यूजर्स से 421 शिकायतें हासिल हुई। जिसमें 105 अकाउंट सपोर्ट, 222 बैन की अपील के लिये, 34 दूसरी अन्य मदद के लिये, 42 प्रोडक्ट सपोर्ट और 17 सुरक्षा से जुड़ी हुई थी। इन शिकायतों के बुनियाद पर व्हाट्सएप ने 41 खातों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन पर सीधा बैन लगा दिया।
इसके अलावा मैसेजिंग सर्विस ने अपने सपोर्ट पेज पर कहा कि जब उन्हें यूजर्स से शिकायत ग्रिवांस चैनल (Grievance Channel) के जरिये मिलती है तो वो व्हाट्सएप मैसेजिंग सर्विस के गलत इस्तेमाल को रोकने के लिये टूल और अन्य संसाधनों का इस्तेमाल करते है।
इस मामले पर व्हाट्सएप के आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि-हमने ये कार्रवाई यूजर्स से मिली शिकायतों के आधार पर की है। साथ ही व्हाट्सएप प्लेटफॉर्म के गलत इस्तेमाल को रोकने के लिये प्रिवेंटिव स्टेप्स (Preventive Steps) भी उठाये है। हमारा फोकस व्हाट्सएप अकाउंट का बड़े पैमाने पर गलत इस्तेमाल या अवांछित मैसेज (Unwanted Message) भेजने से रोकना है। हम खास तरह की तकनीकें विकसित की है, जिसकी मदद से जरूरत से ज़्यादा मैसेज भेजने वाले व्हाट्सएप अकाउंट की आसानी से पहचान की जा सकती है।
व्हाट्सएप ने इससे पहले कहा था कि उसने सिर्फ 46 दिनों में 30 लाख से ज़्यादा व्हाट्सएप अकाउंट पर बैन लगा दिया था। ऑनलाइन दुरुपयोग को रोकने और प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को सुरक्षित रखने के लिए 16 जून से 31 जुलाई के बीच खातों को निलंबित कर दिया गया था। ग्रिवांस चैनल के जरिये मिलने वाली रिपोर्टों और शिकायतों के आधार पर व्हाट्सएप ने उल्लंघन करने वाले खातों के खिलाफ कार्रवाई की।
व्हाट्सएप उन खातों पर खासा नज़र रखता है जो ब्लक मैसेजिंग (Bulk Messaging) या ऑटोमेटिड मैसेजिंग का इस्तेमाल करते है। भारत और दुनिया भर में ऐसे लाखों खातों पर इस तरह के गलत इस्तेमाल की कोशिशों के चलते बैन लगा दिया गया। भारत में ऑटोमेटिड या बल्क टेक्स्टिंग इस्तेमाल करने वाले लगभग 95 फीसदी व्हाट्सएप अकाउंट पर बैन लगा दिया गया।
व्हाट्सएप की रिपोर्ट में आगे कहा गया कि- व्हाट्सएप अकाउंट का गलत इस्तेमाल रोकने लिये अकाउंट के पैटर्न पर ध्यान दिया जाता है। जिसे तीन लेवल में बांटा जाता है। जिसमें रजिस्ट्रेशन, संदेश के दौरान निगेटिव रिस्पांस और यूजर द्वारा रिपोर्ट दिये जाने पर ब्लॉक आदि से जुड़ा विश्लेषण किया जाता है। विश्लेषकों की एक टीम इन प्रणालियों को ध्यान में रखते हुए व्हाट्सएप खातों का मूल्यांकन करती है। जिसकी मदद से वक़्त के साथ साथ ही हमारी कॉम्पलायंस प्रभावशीलता बेहतर होती जाती है।