न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): राजस्थान के उदयपुर जिले में एक चौंकाने वाली घटना में दो लोगों ने एक दर्जी की चाकू मारकर हत्या (Udaipur Tailor Killing) कर दी। हत्या के बाद हमलावरों ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि उन्होंने इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिये इस जघन्य वारदात को अंज़ाम दिया। इस वारदात ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। भाजपा ने हत्या के लिए राजस्थान सरकार (Government of Rajasthan) की “तुष्टिकरण की नीति” को जिम्मेदार ठहराया है।
दूसरी ओर बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक हिंसा की आशंकाओं को दूर करने के लिये कांग्रेस की अगुवाई वाले राजस्थान प्रशासन घटना के तुरंत बाद हरकत में आया। राज्य सरकार ने एक महीने के लिये लोगों के इकट्ठा के खिलाफ निषेधाज्ञा जारी की और 24 घंटे के लिये मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को रोक दिया गया। साथ प्रशासन ने उदयपुर में भी कर्फ्यू लगा दिया। मृतक की शिनाख्त कन्हैया लाल साहू (Kanhaiya Lal Sahu) के तौर पर हुई है। मामले में दो आरोपियों – रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद (Riyaz Akhtari and Ghaus Mohammad) को वारदात को अंज़ांम देने के लिये गिरफ्तार कर लिया गया है।
कौन थे कन्हैया लाल, आखिर क्यों की गयी उनकी हत्या?
कन्हैया लाल राजस्थान के उदयपुर में दर्जी थे। उन्हें हाल ही में उदयपुर पुलिस ने निलंबित भाजपा नेता नूपुर शर्मा (Suspended BJP leader Nupur Sharma) के समर्थन में एक आपत्तिजनक कमेंट पोस्ट करने के लिये गिरफ्तार किया गया था, उन पर पैगंबर मुहम्मद (Prophet Muhammad) के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिये मामला दर्ज किया गया था। 15 जून को जमानत पर छूटे लाल ने पुलिस को बताया था कि उन्हें लगातार धमकी भरे फोन आ रहे हैं।
स्थानीय पुलिस ने दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता कर मामला शांत कराया। मामले में एक सहायक उप निरीक्षक को लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया। बीते मंगलवार (28 जून 2022) को दो हमलावर कपड़े सिलाने के बहाने धन मंडी (Dhan Mandi) में कन्हैया लाल की दुकान में घुस गये। हमलावरों द्वारा जारी एक वीडियो में दर्जी को नाप लेते हुए देखा गया।
अख्तरी ने कथित तौर पर बेखौफ दर्जी पर चाकू से हमला किया जबकि दूसरे संदिग्ध हत्यारे ने दर्जी हत्या कर दी। बाद में ये लोग मौका-ए-वारदात से फरार हो गये और वीडियो क्लिप को सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। उन दोनों एक दूसरे वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को धमकी दी। अख्तरी ने अप्रत्यक्ष रूप से नूपुर शर्मा का भी जिक्र किया। इसके बाद दोनों ने तीसरा वीडियो जारी किया जिसमें अख्तरी ने अल्पसंख्यक समुदाय (Minority community) के लोगों से ऐसे ही हमले जारी रखने को कहा।
अख्तरी कथित तौर पर एक स्थानीय मस्जिद में काम करता है और दूसरा संदिग्ध आरोपी किराने की दुकान चलाता है। केंद्र सरकार ने हत्या की जांच के लिये आतंकवाद निरोधी राष्ट्रीय जांच एजेंसी से एक टीम भेजी है। राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) ने भी एक विशेष जांच दल के गठन का ऐलान किया।
हत्या से इलाके में तनाव पैदा हो गया, स्थानीय दुकानदारों ने अपनी दुकानें तुरन्त बंद कर दी और भीड़ ने दो मोटरसाइकिलों को आग लगा दी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने राज्य के लोगों से वीडियो शेयर नहीं करने की अपील की है। उन्होंने जोधपुर (Jodhpur) में मीडिया से कहा कि, “दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा। पुलिस टीम इस पर पूरी सतर्कता के साथ काम कर रही है। हत्या को लेकर लोगों में जो गुस्सा है, उसकी मैं अंदाज़ा लगा सकता हूं। हम कानून के मुताबिक कार्रवाई कर रहे हैं।” उन्होंने ये भी मांग की कि मामले पर प्रधानमंत्री देश के लोगों को संबोधित करें।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि- “मामले पर प्रधानमंत्री बोलते हैं तो ये ज़्यादा असरदार साबित होगा। मेरा मानना है कि प्रधानमंत्री को इस मौके पर देश को संबोधित करना चाहिए और अपील करनी चाहिये कि हम किसी भी कीमत पर हिंसा बर्दाश्त नहीं करेंगे। ऐसा कहने में क्या समस्या है?” राजस्थान के भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया (Rajasthan BJP President Satish Poonia) ने इस हत्या के लिये कांग्रेस (Congress) की ‘तुष्टिकरण नीति’ को जिम्मेदार ठहराया। पूनिया ने दावा किया कि, “राजस्थान में हालात ऐसे है कि कई जगहों पर हिंदुओं पर हमले किये जा रहे है और हिंदू की हत्यायें हो रही हैं। ये सब सीएम अशोक गहलोत की तुष्टिकरण की सियासत की वज़ह से है।”