बिजनेस डेस्क (मृत्युजंय झा): लार्सन एंड टुब्रो (L&T- Larsen And Toubro) ने आज (28 जनवरी 2022) कहा कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में उसका कंसोलिडेटिड नेट प्रोफिट (Consolidated Net Profit) पिछले साल की इसी अवधि की मुकाबले में 17 प्रतिशत घटकर 2,055 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने 31 दिसंबर 2021 को खत्म हुई तिमाही के लिये 39,563 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटिड रेवन्यू (Consolidated Revenue) पोस्ट किया है, जो साल-दर-साल 11 फीसदी के इज़ाफे को दिखाता है।
एलएंडटी ने अपने बयान में कहा कि, “ये बढ़ोत्तरी बेहतर प्रोजेक्ट एक्ज्यूकेशन स्पीड (Project Execution Speed) और आईटी एंड टीएस पोर्टफोलियो में मजबूत वृद्धि को दिखाता है।” तिमाही के दौरान कंपनी की अंतर्राष्ट्रीय बिक्री (International Sales) 14,541 करोड़ रुपये रही, जो कुल राजस्व का 37 फीसदी है।
31 दिसंबर, 2021 को समाप्त हुई नौ महीने की अवधि के लिये कंसोलिडेटिड रेवन्यू 103,671 करोड़ रुपये रहा, जो नौ महीने की अवधि के दौरान इंटरनेशनल रेवन्यू के साथ 18 फीसदी का सालाना इज़ाफा दर्ज करते हुए 38,045 करोड़ रुपये रहा, जो कि कुल 37 प्रतिशत था। चालू वित्त वर्ष की पहली तीन तिमाहियों में कंपनी का टैक्स के बाद नेट प्राफिट पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले में 39 प्रतिशत घटकर 5,049 करोड़ रुपये रहा।
31 दिसंबर 2021 को समाप्त तिमाही के दौरान एलएंडटी को 50,359 करोड़ रुपये के ऑर्डर मिले, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 31 प्रतिशत कम है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में एलएंडटी ने इन्फ्रास्ट्रक्चर सेगमेंट (Infrastructure Segment) में मुंबई अहमदाबाद हाई स्पीड रेल के लिये अब तक का सबसे बड़ा ईपीसी कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया था।
एलएंडटी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान हाइड्रोकार्बन ऑफशोर, मेट्रो, रूरल वाटर सप्लाई, मिनरल्स एंड मेटल, पब्लिक स्पेस, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और पावर ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन (Power Transmission And Distribution) जैसे अलग अलग कर्मिशियल ऑर्डर हासिल हुए। इसी तिमाही के दौरान 20,521 करोड़ रुपये के इंटरनेशनल ऑर्डर भी मिले, जो कि कंपनी द्वारा हासिल किये गये कुल ऑर्डर 41 फीसदी था। इसमें हाइड्रोकार्बन ऑफशोर प्रोजेक्ट्स (Hydrocarbon Offshore Projects) जैसे बड़े मूल्य के अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर मिले।