Irrfan Khan: बेमिसाल सफर, बेहतरीन इंसान

एंटरटेनमेंट डेस्क (शिवानी त्यागी): बॉलीवुड एक्टर इरफ़ान खान (Bollywood actor Irrfan Khan) ने 29 अप्रैल 2020 को इस दुनिया को अलविदा कहा। वो 54 साल के थे। मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल (Kokilaben Hospital) में उन्होंने आखिरी सांस ली। इरफ़ान को कोलन इन्फेक्शन (Colon infection) के कारण अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वे न्यूइंडोक्राइन ट्यूमर से पीड़ित थे जिसकी वजह से विदेश में अपना इलाज करवा रहे थे। हाल ही में वे भारत लौटे थे। दो दिन पहले ही उनको तबियत ज्यादा ख़राब होने के कारण उनको अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।

बुधवार शाम को 5 बजे उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया। जिसमें सिर्फ 20 लोग ही शामिल हो पाए। किसी भी बॉलीवुड सेलिब्रिटी को उनके अंतिम विदाई में शामिल होने की परमिशन नहीं दी गई। बोलती आँखों वाले इस एक्टर ने बॉलीवुड और लोगों के दिलों में ऐसा मुकाम बनाया जिसके सब दीवाने थे। उन्हें भूल पाना मुश्किल होगा। फिल्मी इंडस्ट्री ने अपना नायाब हीरा खो दिया। इरफ़ान ने ना सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं बल्कि ब्रिटिश (British Movies) और अमेरिकन फ़िल्मों (American Movies) में भी काम किया और ख़ूब वाहवाही बटोरी।

‘मुझे लगता है मैंने सरेंडर कर दिया है।’ 2018 में कैंसर से लड़ते वक्त इरफान खान ने तहेदिल से लिखे एक नोट में ये शब्द लिखे थे।

परिवार (Family): इरफ़ान का जन्म राजस्थान के टोंक जिले के खजुरिया गांव में 07 जनवरी 1967 को एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनके अब्बा टायर का कारोबार करते थे। अब उनके परिवार में उनकी पत्नी सुतापा सिकदर और दो बेटे रह गए है।

पढ़ाई (Education): इरफ़ान खान ने जयपुर से ही M.A पूरा किया और फिर उन्होंने 1984 में नई दिल्ली के राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (National School of Drama , Delhi) में छात्रवृत्ति हासिल करके अभिनय में अपनी शिक्षा पूरी की।

करियर (Carrier): अपने इस शानदार करियर में इरफ़ान ने बहुत से सीरियल्स और फिल्मों में काम किया। बॉलीवुड के इस सफर में उन्होंने बहुत सी हिट फिल्में दी और अलग-अलग किरदार अदा किए। अपने फ़िल्मी करियर के दौरान उन्होंने कभी अपनी एक्टिंग से हंसाया तो कभी रुलाया। बतौर एक्टर वे नसीरुद्दीन शाह, ओमपुरी, स्मिता पाटिल, शबाना आजमी और पंकज कपूर जैसे महारथी अदाकारों की लीग में शामिल थे।

उनके कुछ खास सीरियल्स और कुछ खास फिल्में जो शायद आप कभी भूल नहीं पाएंगे। अंग्रेजी मीडियम उनके करियर की आखिरी फिल्म थी जो उन्होंने अभी 2020 में ही की थी। एक नजर उनके बेहतरीन कामों पर।

सीरियल (Serials)

  • चाणक्य (Chanakya)
  • भारत एक खोज (Bharat Ek Khoj)
  • बनेगी अपनी बात (Banegi Apni Baat)
  • चंद्रकांता (Chandrakanta)
  • श्रीकांत (Shrikant)

फ़िल्मी करियर (Film Carrier):

  • सलाम बॉम्बे (Salam Bombay) -1988
  • मक़बूल (Makbool)- 2003
  • चरस (Charas) – 2004
  • साढ़े सात फेरे (Saade Saat Phere) – 2005
  • लाइफ इन ए मेट्रो (Life in a metro) – 2007
  • संडे, क्रेजी 4, स्लमडॉग मिलिनेयर (Sunday, Crazy 4, Slumdog Millioner) – 2008
  • न्यूयॉर्क, बिल्लू बार्बर (New York, Billu Barber) – 2009
  • हिस्स, राइट या रॉंग (Hiss, Right Ya Wrong) – 2010
  • थैंक्यू, सात खून माफ़, ये साली ज़िन्दगी (Thankyou, Saat Khoon Maaf, Ye Saali Zindagi) – 2011
  • द लंचबॉक्स (The Lunchbox) – 2013
  • हिंदी मीडियम, करीब करीब सिंगल (Hindi Medium, Qarib-Qarib Single) – 2017
  • ब्लैकमेल, कारवां (Blackmail, Carawan) – 2018
  • अंग्रेजी मीडियम (Angreji Medium) – 2020

अदाकारी के सफर के दौरान इरफान को बहुत से अवॉर्ड्स से नवाजा गया।

राष्ट्रीय पुरस्कार

  • 2011 – पद्मश्री अवार्ड (Padm Shri Award)
  • 2013 – नेशनल फिल्म अवार्ड फॉर बेस्ट एक्टर (पान सिंह तोमर) (National Film Award for Best Actor, Paan Singh Tomar)

फिल्मफेयर (Filmfare Awards):

  • 2004 – बेस्ट विलेन (हासिल)
  • 2008 – बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर ( लाइफ इन ए मेट्रो)
  • 2013 – क्रिटिक अवॉर्ड बेस्ट एक्टर (पान सिंह तोमर)
  • 2018 – बेस्ट एक्टर (हिंदी मीडियम)

IIFA (International Indian Film Academy Award):

  • 2008 – बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर ( लाइफ इन ए मेट्रो)
  • 2018 – बेस्ट एक्टर (हिंदी मीडियम)

उनकी आंखें जितना बोलती थी उतनी ही उनकी डायलॉग डिलीवरी कमाल की थी। उनकी फिल्मों के कई डायलॉग्स आपको उनकी शानदार अदाकारी की याद दिलाएंगे। आइए देखें उनके कुछ फेमस डायलॉग्स।

बीहड़ में बागी होते हैं, डकैत मिलते हैं पार्लियामेंट में। (पान सिंह तोमर)

ये शहर हमें जितना देता है उससे कहीं ज्यादा ले लेता है। (लाइफ इन ए मेट्रो)

शराफत की दुनिया का किस्‍सा ही खत्म, अब जैसी दुनिया वैसे हम। (जज़्बा)

डेथ और शिट किसी को, कहीं भी, कभी भी आ सकती है। (पीकू)

तुम मेरी दुनिया छीनोगे, मैं तुम्हारी दुनिया में घुस जाउंगा। (मदारी)

डायलॉग से ज्यादा उनकी आंखें काफी कुछ बयां कर देती थी। सिल्वर स्क्रीन पर यादगार सीन देने वाले इस बेहतरीन शख़्स का सफर थम गया है। उनकी कमी फैंस के दिलों को सालती रहेगी। वो काफी मजबूती के साथ आखिरी तक जिंदगी के लिए जंग लड़ते रहें। उनकी सोहबत में जो भी आया, उसे कुछ ना कुछ प्रेरणा ही मिली। 2018 में रेयर कैंसर होने की खबर सामने आने के बाद, उन्होंने जिंदगी को वैसे ही लिया जैसे वो उनके सामने आती गई।

Trendy News Network की पूरी टीम की तरफ से बेमिसाल एक्टर को शत-शत नमन ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।

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